मुख्यमंत्री ने किया ड्रोन पर कार्यशाला का शुभारंभ, कहा आने वाला समय भारतीय तकनीक का
मां नर्मदा का वहां मां नर्मदा को समर्पित: मुख्यमंत्री

भोपाल: 30 अक्टूबर 2025
भोपाल में आज विज्ञान भवन में ड्रोन के प्रयोग व आने वाले समय मे ड्रोन के बढते प्रयोग को ले कर एक कार्यशाला का शुभारंभ मुख्यमंत्री मोहन यादव ने किया। उंन्होने बताया कि अब आने वाले समय मे ड्रोन टैक्सी लगभग 20 किलोमीटर तक चल सकती है यह मोटे तौर पर यह जो ड्रोन टेक्नोलॉजी आई हमारे अपने दुश्मनों से भी निपटने के लिए अब ड्रोन की आवश्यकता पढ रही है और वैसे तो यह अपना गिरी पर्वत पहाड़ नदी समुद्र कितना विशाल देश और ऐसे हर जगह हर स्थान पर ड्रोन की जो आवश्यकता की पूर्ति है वह आज के जमाने में ऐसा लगता है जैसे पहले मोबाइल हाथ में नहीं था तो ऐसा लगता था कि मगर मोबाइल से हम अपना जीवन रहे थे लेकिन मोबाइल के बिना एक मिनट काटना मुश्किल है ऐसे धीरे-धीरे करके ड्रोन के आधार पर और द्रोण टेक के इस वर्कशाप के माध्यम से कई सारे ऐसे और नए प्रयोग से अभी वॉइस कमांड कंट्रोल से भी आने वाले समय मे ड्रोन चलाए जाएगें…
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि देश व प्रदेश में ड्रोन टेक्नोलॉजी को लेकर नई पॉलिसी बनाई है जीवन के हर क्षेत्र में ड्रोन समा गया है। युद्ध के दौर में ड्रोन से हमले हुए लेकिन भारतीय सेना ने उनको कहां-कहां तक छोड़कर आए एक टैक्सी भी उड़ा कर दिखाई है ड्रोन से ओंकारेश्वर में वन्य जीव पर आधारित होंगे कार्यक्रम मां नर्मदा के वाहन को उन्हें समर्पित करना है भोपाल में शुरू किया गिद्ध उड़ने का काम शरू किया गया है
चंबल में घड़ियालों को छोड़ा है ओंकारेश्वर में मगरमच्छ छोड़ने का होगा काम होगा मध्य प्रदेश स्थापना दिवस पर होगा भव्य आयोजन 2000 से अधिक ड्रोन आकाश में आकृतियां बनाएंगे महाकालेश्वर की प्रतिमा की होगी आकृति। इसी कार्यक्रम में शामिल होंगे प्रसिद्ध गायक जुबिन नौटियाल।
1 नवंबर 1956 में बना मध्य प्रदेश बहुत आगे पहुंचा है प्रधानमंत्री के कार्यकाल में देश और प्रदेश अद्भुत हुआ, सम्राट विक्रमादित्य के नाटक का होगा मंचन, सजीव घोड़े मंच पर दौड़ते नजर आएंगे। 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती पर सरदार पटेल को याद करते हुए कई कार्यक्रम होंगे। केवड़िया धाम पर 11 तारीख को जाएंगे मुख्यमंत्री और सरदार पटेल को नमन करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा देश की आजादी में सरदार पटेल का बड़ा योगदान। साथ ही आज मां नर्मदा को समर्पित किए जाएंगे मगरमच्छ और इसी तारतम्य में ओंकारेश्वर में वन्य जीव पर आधारित कार्यक्रम प्रदर्शित होंगे। मां नर्मदा के वाहन को मां नर्मदा को समर्पित करना मप्र सरकार का उद्देश्य है। वन्य जीव संरक्षण के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए गए जैसे भोपाल में शुरू किया गया था गिद्ध उड़ने का काम, चंबल में घड़ियालों को छोड़ना और अब ओंकारेश्वर में मगर मच्छ छोड़ने का होगा काम।




