भारत की पहली बुलेट ट्रेन अगस्त 2027 में दौड़ेगी — अश्वनी वैष्णव

भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में अग्रसर गुजरात — सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स और लॉजिस्टिक्स का हब बनकर कर रहा है राष्ट्र निर्माण में योगदान : रेल, सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव
भोपाल/नई दिल्ली : 09 अक्टूबर 2025
केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज मेहसाणा में आयोजित वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस (उत्तर गुजरात) को संबोधित करते हुए कहा कि गुजरात, भारत के विकास यात्रा का एक मजबूत स्तंभ बन चुका है। यह राज्य सेमीकंडक्टर, आधुनिक लॉजिस्टिक्स और इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण के क्षेत्र में देश का प्रमुख केंद्र बन रहा है, जो भारत को वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य की दिशा में अग्रसर कर रहा है।
इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने सम्मेलन का उद्घाटन किया।
सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण में अग्रणी बनता गुजरात
श्री वैष्णव ने बताया कि गुजरात में सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में अब तक ₹1.25 लाख करोड़ का निवेश हुआ है। उन्होंने ढोलेरा में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स संयंत्र, सानंद में माइक्रॉन मैन्युफैक्चरिंग सेंटर, तथा सीजी पावर और केईसी जैसे प्रमुख औद्योगिक परियोजनाओं का उल्लेख किया।
उन्होंने कहा कि इस औद्योगिक तंत्र के कारण लगभग 30 जापानी कंपनियाँ भी गुजरात में अपने संयंत्र स्थापित कर रही हैं, जो सेमीकंडक्टर निर्माण हेतु आवश्यक रसायन, गैसें और सब्सट्रेट्स उपलब्ध कराएँगी। इस उद्योग में उपयोग होने वाले “अल्ट्रा-शुद्ध” पदार्थ “पार्ट्स पर बिलियन” के मानक पर मापे जाते हैं, जिससे फार्मा और केमिकल जैसे अन्य उद्योगों की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग स्कीम के तहत ₹1.15 लाख करोड़ के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। गणपत विश्वविद्यालय और अन्य 12 कॉलेजों में सेमीकंडक्टर उपकरणों और 5जी लैब्स पर प्रशिक्षण शुरू किया जा चुका है, जिससे प्रतिभा विकास से लेकर डिजाइन और निर्माण तक की पूर्ण वैल्यू चेन तैयार की जा रही है।
स्वच्छ ऊर्जा और रेलवे क्षेत्र में ऐतिहासिक प्रगति
श्री वैष्णव ने गुजरात को स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी बताते हुए कच्छ जिले के खवाड़ा में विश्व की सबसे बड़ी ग्रीन एनर्जी परियोजना की सराहना की। उन्होंने कहा, “आज जब पूरी दुनिया यह पूछ रही है कि क्या विनिर्माण स्वच्छ ऊर्जा से संचालित है, गुजरात इसका सबसे सशक्त उत्तर प्रस्तुत कर रहा है।”
रेलवे क्षेत्र में हो रहे ऐतिहासिक परिवर्तन का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि गुजरात में रेलवे परियोजनाओं पर ₹1.46 लाख करोड़ का निवेश किया जा रहा है। पिछले 11 वर्षों में 2,764 किलोमीटर नई रेल लाइनें बिछाई गई हैं, जो डेनमार्क के संपूर्ण रेल नेटवर्क के बराबर है।
मुंबई–अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना (बुलेट ट्रेन) की प्रगति का उल्लेख करते हुए उन्होंने घोषणा की कि भारत की पहली बुलेट ट्रेन अगस्त 2027 में दौड़ेगी। उन्होंने बताया कि गुजरात में फ्रेट कॉरिडोर का कार्य पूरा हो चुका है, जिससे कंटेनर ट्रेनों की यात्रा अवधि 30 घंटे से घटकर मात्र 10–11 घंटे रह गई है। वर्तमान में 400 मालगाड़ियाँ प्रतिदिन पूर्वी और पश्चिमी कॉरिडोर पर संचालित हो रही हैं।
उन्होंने बताया कि गुजरात में 87 रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है तथा 332 फ्लाईओवर और अंडरपास का निर्माण कार्य जारी है।
विकसित भारत 2047 के संकल्प की दिशा में भारत की नई उड़ान
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की विकसित भारत 2047 की संकल्पना पर बल देते हुए श्री वैष्णव ने कहा कि “भारत को अपनी क्षमताओं को सशक्त बनाना है और विकास के मार्ग को और व्यापक करना है। भारत करीब दो हजार वर्षों तक विश्व की शीर्ष दो अर्थव्यवस्थाओं में शामिल रहा है, अब समय है उस गौरवशाली स्थान को पुनः प्राप्त करने का।”
उन्होंने उद्योगपतियों, शिक्षण संस्थानों और वैश्विक निवेशकों को गुजरात सरकार द्वारा तैयार विकास रोडमैप और अभियानों में भाग लेने का आमंत्रण दिया तथा केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
प्रदर्शनी में 400 से अधिक प्रतिभागी कंपनियों की भागीदारी
उद्घाटन समारोह से पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने वाइब्रेंट गुजरात ट्रेड शो और प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। इस प्रदर्शनी में कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, अक्षय ऊर्जा और विनिर्माण क्षेत्र की नवीनतम तकनीकें, उत्पाद और नवाचार प्रदर्शित किए गए हैं। लगभग 18,000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में आयोजित इस विशाल ट्रेड शो में 400 से अधिक प्रदर्शक भाग ले रहे हैं। इसमें Torrent, Welspun, NHPC, NTPC, Suzlon, Adani, Nirma, INOX, Maruti Suzuki, PowerGrid, ONGC जैसी प्रमुख कंपनियाँ भी शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त दूधसागर डेयरी, ओएनजीसी, वेस्टर्न रेलवे और माकेन फूड्स जैसी संस्थाओं के सहयोग से वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम (VDP) का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य स्थानीय उद्योगों को प्रोत्साहन और औद्योगिक साझेदारी को मजबूत करना है।