एम्स भोपाल ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस-2025 के अवसर पर सीएमई और जागरूकता रैली का आयोजन किया

भोपाल: 10 अक्टूबर 2025
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस-2025 के अवसर पर एम्स भोपाल के मनोरोग विभाग और नर्सिंग कॉलेज ने एनजीओ “आवाज़” और “यंगशाला” के सहयोग से शुक्रवार, 10 अक्टूबर 2025, को एक सीएमई (सतत चिकित्सा शिक्षा) और जागरूकता रैली का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व एम्स भोपाल के मनोरोग विभाग के प्रमुख प्रो. डॉ. विजेंद्र सिंह ने किया। कार्यक्रम में युवाओं और छात्रों में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने के लिए रैली आयोजित की गई और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के समय पर पहचान और उपचार की आवश्यकता को समझाने हेतु एक लघु नाटिका (स्किट) का प्रदर्शन किया गया।
रैली का शुभारंभ डीन (अकादमिक) प्रो. डॉ. रजनीश जोशी और उप निदेशक प्रशासन श्री संदेश कुमार जैन ने किया। इस अवसर पर नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. ममता वर्मा, एम्स भोपाल के फैकल्टी सदस्य, छात्र और रेज़िडेंट डॉक्टर भी उपस्थित थे। रैली में एनजीओ “आवाज़” और “यंगशाला” के पदाधिकारी और स्वयंसेवक भी शामिल हुए। एनजीओ के स्वयंसेवकों ने छात्रों और युवाओं में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के लिए मदद मांगने में आने वाली बाधाओं और संचार से संबंधित जानकारी को बढ़ाने के लिए नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया।
एम्स भोपाल के डीन (अकादमिक) प्रो. डॉ. रजनीश जोशी ने मनोरोग विभाग, नर्सिंग कॉलेज और सहयोगी एनजीओ द्वारा की गई इस पहल की सराहना की। प्रो. डॉ. विजेंद्र सिंह ने बताया कि सीएमई सत्र के दौरान विभिन्न वैज्ञानिक चर्चाएँ आयोजित की गईं। एम्स भोपाल के छात्रों के बीच “एकेडेमिया में इन्फ्लूएंसर: क्या सोशल मीडिया चिकित्सा छात्रों की शिक्षा को आकार देता है” विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और विजेताओं को प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
इसके अतिरिक्त छात्रों और युवाओं ने “द सिम्फनी ऑफ हीलिंग: फ्रॉम शैडोज़ टू सनशाइन” विषय पर रील मेकिंग प्रतियोगिता में भाग लिया, जिसमें उन्होंने दैनिक जीवन में तनाव और मानसिक स्वास्थ्य से निपटने के तरीकों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। विभिन्न स्ट्रीम जैसे मेडिकल और नर्सिंग के छात्रों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया, जिससे युवाओं में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने में मदद मिली।
एम्स भोपाल के फैकल्टी डॉ. आशीष पाखरे और छात्रों ने इस अवसर पर एक विशेष लघु नाटिका प्रस्तुत की, जिसमें मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी सामाजिक भ्रांतियों, अज्ञानता और उपचार में आने वाली बाधाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के शीघ्र पहचान और उपचार की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2025 के विषय “मानवीय संकट में मानसिक स्वास्थ्य: प्रणाली को मज़बूत करना” पर पैनल चर्चा भी आयोजित की गई। इसमें एनजीओ-संगत भोपाल के डॉ. अनंत भान, गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल के प्रोफेसर एवं मनोरोग विभागाध्यक्ष डॉ. जेपी अग्रवाल, नर्सिंग कॉलेज एम्स भोपाल की प्रिंसिपल (कार्यवाहक) डॉ. ममता वर्मा, साथ ही सामुदायिक चिकित्सा और मनोरोग विभाग, एम्स भोपाल के फैकल्टी सदस्य उपस्थित थे। पैनल चर्चा में विशेष रूप से युवाओं और छात्रों में तनाव और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों से प्रभावी ढंग से निपटने हेतु लचीलापन (रेज़ीलियन्स) विकसित करने पर जोर दिया गया।




