निदान सेवाओं में क्रांतिकारी बदलाव: एम्स भोपाल की प्रयोगशाला और रेडियोलॉजी सेवाओं का तीव्र विस्तार

भोपाल: 02 अगस्त 2025
कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के नेतृत्व में एम्स भोपाल मरीज-केंद्रित और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की दिशा में निरंतर अग्रसर है। संस्थान की प्रयोगशाला और रेडियोलॉजी सेवाओं में हाल ही में उल्लेखनीय प्रगति हुई है, जिससे सटीकता, पहुंच और कार्यकुशलता के नए मानक स्थापित हुए हैं और मरीजों को त्वरित व भरोसेमंद निदान प्राप्त हो रहा है। भीड़ कम करने और मरीजों की सुविधा के लिए ओपीडी क्षेत्रों में सैंपल कलेक्शन पॉइंट्स को विकेन्द्रीकृत किया गया है। प्रयोगशाला के कार्य समय को बढ़ाया गया है तथा पूरी जांच प्रक्रिया को डिजिटाइज़ कर दिया गया है। समर्पित स्टाफ द्वारा नमूनों का प्रोसेसिंग और रिपोर्टिंग सटीकता और गति के साथ की जाती है। जांच बुकिंग और रिपोर्ट प्राप्ति के लिए ऑनलाइन व्यवस्था लागू की गई है, वहीं प्रयोगशालाओं को क्लिनिकल विभागों और विशेष क्लीनिकों से जोड़कर कार्यप्रवाह को निर्बाध बनाया गया है। गुणवत्ता आश्वासन पर विशेष ध्यान देते हुए नियमित आंतरिक गुणवत्ता नियंत्रण, उपकरणों का रखरखाव और मानकीकृत संचालन प्रक्रियाएं अपनाई जाती हैं। माइक्रोबायोलॉजी और रीजनल वायरोलॉजी प्रयोगशालाओं को वर्ष 2023 में एनएबीएल मान्यता प्राप्त हुई है। इसके अतिरिक्त, प्रयोगशाला क्षेत्रों में स्पष्ट संकेतक और तेज बिलिंग प्रक्रियाएं मरीज अनुभव को और बेहतर बनाती हैं।
रेडियोलॉजी सेवाओं में भी एम्स भोपाल ने व्यापक विस्तार किया है। संस्थान ने नए एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड मशीनें खरीदी हैं, साथ ही मरीजों की प्रतीक्षा अवधि कम करने हेतु अतिरिक्त रेडियोलॉजिस्ट और तकनीशियन नियुक्त किए गए हैं। नियमित इमेजिंग समय को बढ़ाया गया है और सेवाओं की गुणवत्ता को बनाए रखते हुए बढ़ती मांग को पूरा किया जा रहा है। पिछले वर्षों में निदान सेवाओं पर जनता का विश्वास बढ़ा है, जिसका प्रमाण जांचों की संख्या में आई उल्लेखनीय वृद्धि से मिलता है। प्रयोगशाला जांचों की संख्या 2022 में 15,42,116 थी, जो 2023 में बढ़कर 20,67,750 हो गई (34.1% की वृद्धि) और 2024 में यह 29,77,560 तक पहुंच गई (44% की वृद्धि)। इसी प्रकार, रेडियोलॉजिकल जांचों की संख्या 2022 में 1,81,973 थी, जो 2023 में 2,39,741 (31.7% वृद्धि) और 2024 में 3,02,101 (26% वृद्धि) तक बढ़ गई। इस संबंध में कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा, “हमारी प्रयोगशालाएं और रेडियोलॉजी सेवाएं आधुनिक तकनीक और मानवीय दक्षता का संयोजन हैं। हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि हर मरीज को समय पर, सटीक और सुलभ निदान मिले—क्योंकि प्रारंभिक और सटीक निदान ही प्रभावी उपचार की नींव है।”