कोटा मंडल में मॉक ड्रिल, रेलवे कार्मिकों की सजगता एवं कार्यकुशलता की परख

भोपाल/कोटा: 05 सितम्बर 2025
कोटा मंडल में आज रेलवे कार्मिकों की सजगता, ए.आर.टी., ए.आर.एम.वी. की कार्यशीलता तथा दुर्घटना राहत उपकरणों की तत्परता की परख हेतु एक काल्पनिक दुर्घटना का घटनाक्रम (मॉक ड्रिल) आयोजित किया गया।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ जैन ने बताया कि इस अभ्यास के अंतर्गत प्रातः 08:35 बजे कोटा–चित्तौड़गढ़ खंड में तालेड़ा एवं बूंदी स्टेशनों के मध्य किलोमीटर संख्या 31/09 पर एक ट्रॉला (लोहे के सरियों से लदा हुआ, वाहन संख्या आर.जे. 08 जी.बी.-3743) अनियंत्रित होकर आर.ओ.बी. की दीवार तोड़ते हुए गिर पड़ा और गाड़ी संख्या बी.सी.एम.टी. से टकरा गया। घटना में इंजन से जुड़े छठे वैगन के चार पहिए पटरी से उतरने एवं चालक-सह चालक के गंभीर रूप से घायल होने की स्थिति को दर्शाया गया। लोको पायलट द्वारा तत्काल स्टेशन मास्टर बूंदी, मुख्य कर्षण नियंत्रक एवं मुख्य नियंत्रक समय पालन को सी.यू.जी. फोन से सूचना दी गई।
सूचना मिलते ही समय 08:45 बजे मंडल कार्यालय कोटा के नियंत्रण कार्यालय से हूटर बजाकर दुर्घटना की पुष्टि की गई। तत्पश्चात नियंत्रण कार्यालय द्वारा ए.आर.टी., एस.पी.ए.आर.एम.ई./कोटा एवं ए.आर.टी., ए.आर.एम.ई./गंगापुरसिटी को घटनास्थल हेतु आदेशित किया गया।
एस.पी.ए.आर.एम.ई./कोटा की ओर से अपर मंडल रेल प्रबंधक–1 श्री ललित कुमार धुरंधर, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक अभियंता (फ्रेट), मंडल विद्युत अभियंता/टी.आर.डी., मंडल अभियंता/मध्य, अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुषमा भटनागर सहित चिकित्सकीय दल एवं अन्य अधिकारीगण सुबह 09:07 बजे घटनास्थल के लिए रवाना हुए।
इस दौरान मंडल रेल प्रबंधक अनिल कालरा, अपर मंडल रेल प्रबंधक–II योगेश कुमार मित्तल, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, वरिष्ठ मंडल संकेत एवं दूर संचार अभियंता (समन्वय), वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता (सामान्य), वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता (टी.आर.ओ.), वरिष्ठ मंडल अभियंता (समन्वय) तथा वरिष्ठ मंडल चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनीषा शर्मा मंडल नियंत्रण कक्ष में मौजूद रहे और समस्त कार्यों की निगरानी की।
वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी गोर्धन मीना द्वारा इस काल्पनिक दुर्घटना के घटनाक्रम को सुबह 10:04 बजे छद्म घटना (मॉक ड्रिल) घोषित किया गया।
इस अभ्यास में कोटा मंडल के संरक्षा, परिचालन, विद्युत (सामान्य), यांत्रिक, कर्षण वितरण, कर्षण परिचालन, इंजीनियरिंग, वाणिज्य, आर.पी.एफ. तथा चिकित्सकीय विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। यह मॉक ड्रिल मंडल रेल प्रबंधक श्री अनिल कालरा के निर्देशन एवं देखरेख में सफलतापूर्वक संपन्न हुई।