एम्स भोपाल ने किया लैरिंगोलॉजी समिट 2025 का आयोजन, स्वर चिकित्सा और सर्जरी में वैश्विक नवाचार का संगम

भोपाल: 26 जुलाई 2025
कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के नेतृत्व में एम्स भोपाल चिकित्सा शिक्षा में नवाचार और अकादमिक उत्कृष्टता को निरंतर बढ़ावा दे रहा है। एम्स भोपाल के ईएनटी, हेड एंड नेक सर्जरी विभाग ने लैरिंगोलॉजी एंड वॉयस एसोसिएशन (एलवीए) और ओटोलैरिंगोलॉजिस्ट्स एसोसिएशन, भोपाल के सहयोग से लैरिंगोलॉजी समिट 2025 का सफल आयोजन किया। यह 13वां वार्षिक सम्मेलन देश-विदेश से आए 140 से अधिक विशेषज्ञों की उपस्थिति में आयोजित हुआ, जिसमें ईएनटी सर्जन, फोनो सर्जन, स्पीच लैंग्वेज पैथोलॉजिस्ट और शोधकर्ता शामिल रहे। इस सम्मेलन का उद्घाटन कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह द्वारा किया गया। सम्मेलन में कई महत्वपूर्ण अकादमिक और क्लीनिकल गतिविधियों का आयोजन किया गया। लखनऊ के प्रसिद्ध फोनो सर्जन डॉ. राकेश श्रीवास्तव द्वारा उन्नत फोनो सर्जरी का लाइव ट्रांसमिशन किया गया, जिससे प्रतिभागियों को जटिल स्वर सर्जरी प्रक्रियाओं की वास्तविक समय में जानकारी प्राप्त हुई। कैडेवरिक डिसेक्शन के माध्यम से स्लाइड ट्रेकियोप्लास्टी और ट्रेकियल रिसेक्शन जैसे जटिल सर्जिकल प्रक्रियाएं प्रस्तुत की गईं। विभिन्न कार्यशालाओं में मेडियलाइजेशन थायरोप्लास्टी, इंट्राओपरेटिव नर्व मॉनिटरिंग (IONM), CO₂ और KTP लेजर सर्जरी, स्टोबोस्कोपी, FEES, VFSS और TNE तकनीकों का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। कृत्रिम बुद्धिमत्ता, ट्रांसओरल रोबोटिक सर्जरी और निगलने में कठिनाई (डिस्फैगिया) पुनर्वास पर आधारित सत्रों ने सम्मेलन को तकनीकी दृष्टि से समृद्ध किया। पीजी छात्रों और वरिष्ठ चिकित्सकों ने पेपर-प्रस्तुति, पोस्टर-प्रस्तुति, पैनल डिस्कशन और क्विज प्रतियोगिता में बढ़-चढ़ कर भाग लिया, जिससे विशेषज्ञों और नवोदित चिकित्सकों के बीच संवाद और ज्ञानवर्धन को बढ़ावा मिला।
इस अवसर पर प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने आवाज, वायुमार्ग और निगलने की बीमारियों के उपचार में बहुविषयक सहयोग के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा, “एम्स भोपाल उन्नत चिकित्सा सेवा और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता का केंद्र बनने के लिए प्रतिबद्ध है। लैरिंगोलॉजी समिट 2025 इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जो वैज्ञानिक विचारों के आदान-प्रदान और स्वरयंत्र संबंधी रोगों के नवोन्मेषी उपचार को बढ़ावा देता है। यह सम्मेलन न केवल ज्ञानवर्धन का मंच है, बल्कि देशभर के स्वास्थ्यकर्मियों की क्षमताओं को भी मजबूत करता है।” सीएमई समिति ने लैरिंगोलॉजी समिट 2025 का अत्यंत सुव्यवस्थित रूप से संचालन किया, जिससे सभी प्रतिभागियों को एक सहज और समृद्ध अनुभव प्राप्त हुआ।