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ग्वालियर से सर एम. विश्वेश्वरैया टर्मिनल बेंगलुरु के लिए नई साप्ताहिक एक्सप्रेस सेवा प्रारंभ – मध्य प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के यात्रियों को सीधी कनेक्टिविटी

मध्य प्रदेश को ₹14,745 करोड़ का रेल बजट, अधोसंरचना में हो रहा तीव्र निवेश – रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने बताया

भोपाल: 26 जून 2025

मध्य प्रदेश में 2,651 किमी नई पटरियों का निर्माण, 100% विद्युतीकरण पूर्ण – स्टेशन पुनर्विकास, डबल/तीन-चौथी लाइन सहित ₹24,000 करोड़ की परियोजनाएं स्वीकृत

केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने ग्वालियर से बेंगलुरु के लिए शुरू की गई नई साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन के शुभारंभ किया। इस अवसर पर रेल भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मध्य प्रदेश की जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह ट्रेन ग्वालियर, गुना, भोपाल सहित मध्य प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के यात्रियों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगी, जहाँ से बड़ी संख्या में लोग बेंगलुरु की ओर यात्रा करते हैं।

केंद्रीय रेल मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मध्य प्रदेश में रेलवे के क्षेत्र में ऐतिहासिक प्रगति हुई है। एक दशक पूर्व जहाँ राज्य को ₹600 करोड़ के आसपास रेल बजट प्राप्त होता था, वहीं वर्तमान में ₹14,745 करोड़ का रेल बजट आवंटित किया गया है। मध्य प्रदेश में 100 प्रतिशत रेल विद्युतीकरण पूर्ण किया जा चुका है। बीते 11 वर्षों में राज्य में 2,651 किलोमीटर नई रेल पटरियाँ बिछाई गई हैं, जो डेनमार्क जैसे देश के कुल रेल नेटवर्क से भी अधिक है। राज्य में 80 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास कार्य प्रगति पर है, जिनमें ग्वालियर स्टेशन का विकास विशेष वास्तुकला के साथ किया जा रहा है।

वैष्णव ने बताया कि ग्वालियर और आगरा के बीच एक नई यात्री ट्रेन सेवा शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही, मध्य प्रदेश में कई महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई है। इनमें मनमाड–इंदौर नई रेललाइन (309 किमी) ₹18,036 करोड़ की लागत से, भुसावल–खंडवा तीसरी और चौथी लाइन ₹3,514 करोड़ की लागत से, मानिकपुर–प्रयागराज तीसरी लाइन ₹1,640 करोड़ में तथा रतलाम–नागदा तीसरी और चौथी लाइन ₹1,018 करोड़ की लागत से शामिल हैं। बीते एक वर्ष में राज्य में ₹24,000 करोड़ की रेल परियोजनाएँ स्वीकृत की गई हैं, जो मध्य प्रदेश के रेल मानचित्र को पूरी तरह बदल देंगी। सिंहस्थ कुंभ की तैयारियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि उज्जैन स्टेशन के पुनर्विकास के लिए मास्टर प्लान तैयार है। स्टेशन पर कार्य सिंहस्थ आयोजन के बाद आरंभ किया जाएगा, जिससे यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उज्जैन के साथ ही इंदौर सहित आसपास के अन्य स्टेशनों पर भी कार्य तेजी से चल रहा है।

गाड़ी संख्या 11086 ग्वालियर–बेंगलुरु एक्सप्रेस प्रत्येक शुक्रवार को दोपहर 15:00 बजे ग्वालियर से प्रस्थान करेगी और नागपुर, काचेगुड़ा, धर्मावरम होते हुए रविवार सुबह 07:35 बजे सर एम. विश्वेश्वरैया टर्मिनल, बेंगलुरु पहुँचेगी। वापसी में, गाड़ी संख्या 11085 प्रत्येक रविवार को शाम 15:50 बजे बेंगलुरु से रवाना होकर मंगलवार को सुबह 10:25 बजे ग्वालियर पहुँचेगी। यह गाड़ी शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, बीना, भोपाल, बैतूल, नागपुर, सेवाग्राम, चंद्रपुर, बल्लारशाह, सिरपुर कागजनगर, काजीपेट, काचेगुड़ा, महबूबनगर, गडवाल, कुरनूल सिटी, ढोन, अनंतपुर, धर्मावरम, हिंदूपुर और येलहांका स्टेशनों पर रुकेगी।

इस साप्ताहिक ट्रेन में कुल 22 एलएचबी कोच होंगे, जिनमें चार सेकंड सिटिंग, चार तृतीय वातानुकूलित, तीन तृतीय वातानुकूलित इकोनॉमी, दो द्वितीय वातानुकूलित तथा शेष स्लीपर श्रेणी के कोच शामिल हैं।

इस अवसर पर मध्य प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव, केंद्रीय संचार तथा उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया, मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह तोमर तथा रेलवे के वरिष्ठ अधिकारीगण कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित रहे। कार्यक्रम से मध्य प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर मौजूद जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक तथा आमजन भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़कर सहभागी बने।

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