भोपालमध्य प्रदेशराज्यस्वास्थ्य

एम्स भोपाल में पर्यावरण स्वच्छता एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर स्वास्थ्य वार्ता

भोपाल: 23 सितंबर 2025

मुख्य बिंदु:

 एम्स भोपाल में ‘स्वच्छता ही सेवा ‘ अभियान के अंतर्गत पर्यावरण स्वच्छता और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर स्वास्थ्य वार्ता आयोजित की गई।

 यह अभियान 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2025 तक चल रहा है, जिसका उद्देश्य स्वच्छता और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देना है।

 प्रतिभागियों को कचरे के अलगाव, पुनर्चक्रण और गैर-बायोडिग्रेडेबल कचरे को कम करने के महत्व पर जानकारी दी गई।

 नर्सिंग स्टाफ और स्वास्थ्यकर्मियों को संक्रमण रोकने के लिए सतहों की सही सफाई की तकनीक का प्रशिक्षण दिया गया।

 घरों और अस्पतालों में कचरे की सही पहचान और निस्तारण पर विशेष जोर दिया गया।

एम्स भोपाल ने अपने कार्यपालक निदेशक एवं सीईओ प्रो. (डॉ.) माधवानंद कर के मार्गदर्शन में पर्यावरण स्वच्छता एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर स्वास्थ्य वार्ता का आयोजन किया। यह कार्यक्रम “स्वच्छता ही सेवा” अभियान के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसे एम्स भोपाल में 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2025 तक मनाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य समाज में पर्यावरण की स्वच्छता, वैज्ञानिक तरीके से अपशिष्ट प्रबंधन और स्वस्थ जीवनशैली के प्रति जागरूकता फैलाना है। इस अवसर पर एम्स भोपाल के संकाय सदस्य, विद्यार्थी और कर्मचारी बड़ी संख्या में शामिल हुए।

विशेषज्ञ वक्ताओं ने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति कचरे को अलग-अलग करके, पुनर्चक्रण अपनाकर और गैर-बायोडिग्रेडेबल सामग्री का उपयोग कम करके पर्यावरण को सुरक्षित रखने में योगदान दे सकता है। वक्ताओं ने यह भी समझाया कि स्वच्छ वातावरण सीधे तौर पर स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता से जुड़ा हुआ है। अभियान के तहत नर्सिंग स्टाफ और स्वास्थ्यकर्मियों को सतहों की सही सफाई की तकनीक सिखाई गई, जिससे संक्रमण फैलने से रोका जा सके। इसके साथ ही घरों और अस्पतालों—दोनों स्तरों पर कचरे की सही पहचान और उचित निस्तारण की आवश्यकता पर भी बल दिया गया। इस पहल के माध्यम से एम्स भोपाल ने एक बार फिर जनस्वास्थ्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और समाजहित में जागरूकता फैलाने का संकल्प दोहराया।

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