एम्स भोपाल द्वारा फार्माकोविजिलेंस और औषधि प्रतिकूल प्रतिक्रिया रिपोर्टिंग पर जनजागरूकता अभियान आयोजित

भोपाल: 23 जुलाई 2025
कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के मार्गदर्शन में एम्स भोपाल आमजन के बीच स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता बढ़ाने हेतु सामुदायिक सहभागिता पर आधारित कार्यक्रमों का आयोजन लगातार कर रहा है। इसी कड़ी में, फार्माकोलॉजी विभाग द्वारा सामुदायिक एवं परिवार चिकित्सा विभाग के सहयोग से रायसेन जिले के धामधुसर स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर एवं शासकीय प्राथमिक शाला में फार्माकोविजिलेंस और आम नागरिकों द्वारा प्रतिकूल औषधीय घटनाओं (Adverse Drug Events) की रिपोर्टिंग पर केंद्रित जनजागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण समुदाय को फार्माकोविजिलेंस के महत्व के बारे में जागरूक करना था, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि औषधियों का उपयोग सुरक्षित और प्रभावी ढंग से हो। कार्यक्रम में भाग लेने वाले नागरिकों को प्रतिकूल औषधीय प्रतिक्रियाओं की पहचान और उन्हें रिपोर्ट करने की प्रक्रिया के बारे में बताया गया। उन्हें फार्माकोविजिलेंस कार्यक्रम ऑफ इंडिया (PvPI) की मोबाइल एप्लिकेशन तथा टोल-फ्री हेल्पलाइन (1800-180-3024) के माध्यम से रिपोर्टिंग की सुविधाओं की जानकारी दी गई। यह पहल स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं, रोगियों और समुदाय के बीच साझा जिम्मेदारी की भावना को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से की गई थी। फार्माकोविजिलेंस संबंधी जागरूकता बढ़ाकर यह अभियान औषधियों के सुरक्षित उपयोग को सुदृढ़ बनाने में सहायक सिद्ध हुआ और क्षेत्र में जनस्वास्थ्य को लेकर स्थायी प्रभाव छोड़ने की दिशा में एक सार्थक प्रयास रहा। इस अवसर पर एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा, “फार्माकोविजिलेंस केवल चिकित्सकों की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि पूरे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। समुदायों को प्रतिकूल औषधीय प्रतिक्रियाओं की पहचान और रिपोर्टिंग के लिए सक्षम बनाना एक अधिक सुरक्षित और जवाबदेह स्वास्थ्य प्रणाली की दिशा में बड़ा कदम है। एम्स भोपाल इस प्रकार की पहलों के माध्यम से जनकल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।”