एम्स भोपाल में ब्रैकियल प्लेक्सस इंजरी पर एक दिवसीय सीएमई का आयोजन

भोपाल: 12 जुलाई 2025
एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के मार्गदर्शन में बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग द्वारा आज विभागीय स्थापना दिवस एवं विश्व प्लास्टिक सर्जरी दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस विशेष अवसर पर “एन ओवरव्यू ऑफ ब्रैकियल प्लेक्सस इंजरीज़” विषय पर एक दिवसीय सतत चिकित्सा शिक्षा (CME) कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें देशभर के प्रतिष्ठित चिकित्सा विशेषज्ञों, शिक्षकों और युवा चिकित्सकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह, डीन (शैक्षणिक) और कार्यवाहक चिकित्सा अधीक्षक की गरिमामयी उपस्थिति में हुआ। इस शैक्षणिक आयोजन का उद्देश्य प्लास्टिक सर्जरी के एक जटिल लेकिन अत्यंत महत्वपूर्ण पक्ष—ब्रैकियल प्लेक्सस इंजरी—की गहन समझ को बढ़ाना था। इसमें सर्जिकल तकनीकों, मूल्यांकन की विधियों और पुनर्वास रणनीतियों पर व्यापक चर्चा की गई, जिससे रेजिडेंट्स, युवा सर्जनों और चिकित्सा छात्रों को इस चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में ज्ञान एवं कौशल अर्जित करने का अवसर मिला। इस आयोजन में देश के विभिन्न प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थानों से कई प्रख्यात विशेषज्ञों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इन विशेषज्ञों ने ब्रैकियल प्लेक्सस इंजरी के विभिन्न पहलुओं पर व्याख्यान दिए और प्रतिभागियों के साथ संवाद भी किया। बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी के विभागाध्यक्ष ने विभाग की अब तक की उपलब्धियों, उपचार नवाचारों, अनुसंधान पहलों और भविष्य की योजनाओं की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि विभाग ने गंभीर रूप से झुलसे हुए और जन्मजात विकृतियों से ग्रसित मरीजों के इलाज में कई सफलताएं हासिल की हैं। आयोजन सचिव ने इस CME की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्लास्टिक सर्जरी को केवल सौंदर्यवर्धन तक सीमित न मानकर इसे एक सामाजिक उत्तरदायित्व के रूप में देखा जाना चाहिए, क्योंकि यह चिकित्सा पद्धति मरीजों को नया जीवन देने का कार्य करती है। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने अपने संदेश में कहा, “विश्व प्लास्टिक सर्जरी दिवस और विभागीय स्थापना दिवस का यह आयोजन न केवल चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान में उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करता है, बल्कि समाज में प्लास्टिक सर्जरी के व्यापक महत्व को भी रेखांकित करता है। ब्रैकियल प्लेक्सस इंजरी जैसी जटिल स्थितियों पर चर्चा कर हम रोगी सेवा के क्षेत्र में नए प्रतिमान स्थापित कर रहे हैं। एम्स भोपाल इस दिशा में निरंतर नेतृत्व करता रहेगा।” कार्यक्रम का समापन संवादात्मक सत्रों, पोस्टर प्रस्तुतियों और चिकित्सा नवाचार एवं शिक्षा के प्रति सामूहिक संकल्प के साथ हुआ। प्रतिभागियों ने इस आयोजन को अत्यंत उपयोगी और प्रेरणादायक बताया।