घुसपैठियों के मुद्दे पर शाह ने लालू और राहुल को घेरा….

भोपाल/पटना ब्यूरो: 25 अक्टूबर 2025
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को बिहार के खगड़िया जिले में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव यह तय करेगा कि राज्य में ‘जंगलराज’ वापस आएगा या यह विकास के रास्ते पर आगे बढ़ता रहेगा। उन्होंने विपक्षी महागठबंधन पर निशाना साधते हुए घुसपैठियों के मुद्दे पर अपनी सरकार की नीति स्पष्ट करते हुए बिहार के विकास के लिए NDA की प्रतिबद्धता दोहराई। शाह ने कहा कि विपक्ष कितनी भी रैलियां कर ले, एक-एक घुसपैठिये का पता लगाकर उनके देशों में वापस भेजा जाएगा।
शाह ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण यानी कि SIR का विरोध करने को लेकर महागठबंधन पर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘हर एक घुसपैठिये का पता लगाया जाएगा, मतदाता सूची से उनका नाम हटाया जाएगा और उन्हें उनके देशों में वापस भेजा जाएगा। राहुल बाबा कहते हैं कि घुसपैठियों को बिहार में रहने दिया जाए। आप बताइए, क्या हमें घुसपैठियों को रहने देना चाहिए? चाहे वह जितनी भी रैलियां कर लें, ‘घुसपैठिया बचाओ यात्रा’ निकाल लें, वह घुसपैठियों को बचा नहीं सकते। हमारी सरकार एक-एक घुसपैठिये को चुनकर देश से बाहर करेगी, उनका पता लगाया जाएगा और उन्हें वापस भेजा जाएगा।’
शाह ने बिहार के भविष्य को लेकर जनता से अपील करते हुए कहा, ‘यह चुनाव किसी को विधायक, मंत्री या मुख्यमंत्री बनाने का चुनाव नहीं है। यह चुनाव तय करेगा कि बिहार में लालू-राबड़ी का ‘जंगलराज’ लौटेगा या फिर NDA के आने पर विकसित बिहार पूरे देश में अपनी पहचान बनाएगा।’ उन्होंने विपक्षी महागठबंधन पर भ्रष्टाचार और परिवारवाद का आरोप लगाया। शाह ने कहा कि RJD चीफ लालू प्रसाद ने केवल अपने परिवार की समृद्धि पर ध्यान दिया। शाह ने कहा, ‘नीतीश बाबू राज्य का समग्र विकास चाहते हैं, जबकि लालू जी अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया गांधी अपने बेटे को प्रधानमंत्री। इसलिए बिहार के बेटों-बेटियों की चिंता केवल नरेंद्र मोदी जी और नीतीश कुमार जी ही कर सकते हैं। उनके खिलाफ एक भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है, जबकि लालू जी ने चारा घोटाला से लेकर बीपीएससी घोटाले तक अनगिनत घोटाले किए हैं।’
शाह ने RJD के शासनकाल को याद करते हुए कहा, ‘लालू शासन में हत्या, लूट, फिरौती और अपहरण जैसी घटनाएं आम बात थीं। उद्योग राज्य से चले गए और बिहार को पिछड़ा बना दिया गया।’ इसके विपरीत, उन्होंने NDA के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाईं और कहा, ‘नीतीश बाबू के नेतृत्व में NDA ने बिहार को ‘जंगलराज’ से मुक्त किया, वंशवाद को समाप्त किया और सबसे बड़ी बात यह कि नक्सलवाद को भी खत्म करने का काम किया।’




