हृदय रक्षा, जीवन रक्षा: एम्स भोपाल द्वारा हृदय आपात स्थितियों पर राष्ट्रीय सतत चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम का आयोजन

भोपाल: 30 सितंबर 2025
एम्स भोपाल के ट्रॉमा एवं इमरजेंसी मेडिसिन विभाग ने कार्डियोथोरेसिक एवं वास्कुलर सर्जरी विभाग और कार्डियोलॉजी विभाग के सहयोग से एम्स भोपाल में हृदय संबंधी आपातकालीन स्थितियों पर राष्ट्रीय CME का सफल आयोजन किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) माधवानन्द कर, कार्यपालक निदेशक एवं सीईओ, एम्स भोपाल और विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री संदेश कुमार जैन (उप निदेशक, प्रशासन), प्रो. (डॉ.) रजनीश जोशी (डीन-अकादमिक), प्रो. (डॉ.) अमित अग्रवाल (डीन- नर्सिंग एवं पैरामेडिक्स) और प्रो. (डॉ.) विकास गुप्ता (चिकित्सा अधीक्षक) उपस्थित थे। उनकी उपस्थिति ने संस्थान की अकादमिक उत्कृष्टता और आपातकालीन हृदय देखभाल में प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाया।
CME का उद्देश्य आपातकालीन चिकित्सक, एनेस्थेसियोलॉजिस्ट, इंटेंसिविस्ट, कार्डियोलॉजिस्ट और पैरामेडिक्स सहित स्वास्थ्य कर्मियों के हृदय आपात स्थितियों को समयबद्ध तरीके से संभालने के कौशल को मजबूत करना था। एम्स भोपाल, जीएमसी भोपाल और अन्य प्रमुख संस्थानों के विशेषज्ञों ने हृदय से जुड़ी गंभीर बीमारियाँ जैसे दिल का दौरा पड़ना, धमनियों की समस्या और पुनर्जीवन विज्ञान में AI की भूमिका जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सत्र प्रस्तुत किए।
अपने उद्घाटन भाषण में प्रो. (डॉ.) मोहम्मद यूनुस (प्रमुख, ट्रॉमा एवं इमरजेंसी मेडिसिन) ने हृदय आपातकालीन स्थितियों में रोगी के जीवन को बचाने के लिए प्रारंभिक पहचान, त्वरित निर्णय और साक्ष्य-आधारित प्रथाओं की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रो. (डॉ.) माधवानन्द कर, कार्यपालक निदेशक एवं सीईओ, एम्स भोपाल ने आयोजन टीम को बधाई दी और संस्थान की निरंतर सीखने, शोध और अत्याधुनिक आपातकालीन हृदय देखभाल प्रदान करने की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम में विभिन्न विशेषज्ञताओं के फैकल्टी, रेजिडेंट और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जो तीव्र देखभाल में बहु-विषयक सहयोग के महत्व को दर्शाता है।