एम्स भोपाल और एनएचएम-एमपी ने 52 बाल रोग विशेषज्ञों के लिए गंभीर कुपोषण देखभाल पर राज्यस्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया

भोपाल: 29 सितंबर 2025
एम्स भोपाल के पोषण पुनर्वास, संसाधन एवं प्रशिक्षण क्षेत्रीय उत्कृष्टता केंद्र (RCoENRRT), बाल्य एवं शिशु रोग विभाग ने 25 और 26 सितंबर 2025 को “गंभीर तीव्र कुपोषण (SAM) के गहन चिकित्सा प्रबंधन पर एक दिवसीय राज्यस्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम” आयोजित किया। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, मध्यप्रदेश (NHM-MP) के सहयोग से आयोजित किया गया। यह प्रशिक्षण विशेष रूप से मध्यप्रदेश के बाल गहन चिकित्सा इकाइयों (PICUs) में कार्यरत बालरोग विशेषज्ञों के लिए आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य PICU में भर्ती गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों के प्रबंधन में बालरोग विशेषज्ञों के कौशल को बढ़ाना था। राज्यभर से कुल 52 प्रतिभागियों ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया।
कार्यक्रम का उद्घाटन एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) माधवानन्द कर ने किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “गंभीर तीव्र कुपोषण की समय पर पहचान और उचित प्रबंधन हर स्तर पर आवश्यक है। इसी से हम कुपोषण के दुष्चक्र को तोड़ने में सफल हो सकते हैं।” इस अवसर पर डीन (अकादमिक) प्रो. (डॉ.) रजनीश जोशी तथा विभाग के अन्य संकाय सदस्य उपस्थित थे। यह प्रशिक्षण गंभीर एवं तीव्र कुपोषण प्रबंधन के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों डॉ. शिखा मलिक, डॉ. भावना ढींगरा और डॉ. एम्बर कुमार द्वारा प्रदान किया गया। RCoENRRT की नोडल अधिकारी डॉ. भावना ढींगरा ने बताया कि “मध्यप्रदेश में गंभीर तीव्र कुपोषण के मामले पिछली सर्वेक्षण की तुलना में कम हुए हैं, और वर्तमान दर 6.5% है। है। हालांकि, गंभीर तीव्र कुपोषण (SAM) के प्रभावी प्रबंधन के लिए आवश्यक है कि सभी संबंधित हितधारक आपसी सहयोग एवं बेहतर समन्वय के साथ कार्य करें।”