एम्स भोपाल में कोबास प्रो एडवांस्ड इंटीग्रेटेड क्लिनिकल बायोकेमिस्ट्री उपकरण का उद्घाटन

भोपाल: 27 सितंबर 2025
संक्षेप : एम्स भोपाल ने जैव रसायन विभाग में कोबास प्रो एडवांस्ड क्लिनिकल बायोकेमिस्ट्री उपकरण स्थापित किया।
यह उपकरण 230 से अधिक प्रकार की नैदानिक जांचों जैसे ब्लड शुगर, एलएफटी, आरएफटी, हृदय रोग, थायरॉयड, विटामिन और कैंसर मार्कर कर सकता है।
मशीन प्रति घंटे 2,000 से अधिक परीक्षण करने में सक्षम है और उच्च दक्षता के साथ तेजी से परिणाम देती है।
उपकरण की अनुमानित लागत ₹3 करोड़ से अधिक है।
यह मध्य प्रदेश के किसी भी सरकारी अस्पताल में पहली बार स्थापित इस प्रकार की अत्याधुनिक मशीन है।
नई सुविधा के साथ एम्स भोपाल में मरीजों के लिए जांच की संख्या और रिपोर्ट वितरण की गति दोनों में वृद्धि होगी।
विस्तार: एम्स भोपाल के अपने जैव रसायन विभाग में “कोबास प्रो एडवांस्ड इंटीग्रेटेड क्लिनिकल बायोकेमिस्ट्री” उपकरण का उद्घाटन किया गया। इस नई सुविधा से मरीजों के लिए समय पर और सटीक जांच संभव होगी। इस अवसर पर माननीय सांसद श्री आलोक शर्मा, श्री विवेक तन्खा और श्री भरत सिंह कुशवाह ने औपचारिक रूप से उपकरण का उद्घाटन किया। इस उपकरण की सहायता से 230 से अधिक प्रकार के नैदानिक परीक्षण किए जा सकेंगे। इनमें ब्लड शुगर, लिवर रोग (एलएफटी), गुर्दे (आरएफटी), हृदय रोग, कोलेस्ट्रॉल, थायरॉयड, अन्य हार्मोन, विटामिन और कैंसर मार्कर जैसी महत्वपूर्ण जांचें शामिल हैं।
कोबास प्रो उपकरण उच्च दक्षता और त्वरित परिणाम देने की क्षमता रखता है। यह प्रति घंटे 2,000 से अधिक परीक्षण कर सकता है। एक ही मशीन में इतनी सारी जांचें करने की क्षमता के कारण अब और अधिक मरीजों को समय पर जांच का लाभ मिलेगा।
जैव रसायन विभाग के प्रोफेसर डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि कोबास प्रो e800 एक अत्याधुनिक, पूरी तरह से एकीकृत जैव रसायन विश्लेषक है। यह मध्य प्रदेश के किसी भी सरकारी अस्पताल में इस तरह की पहली स्थापना है। उपकरण की अनुमानित लागत लगभग ₹3 करोड़ से अधिक है, जिसे अभिकर्मक किराया मॉडल के तहत एक खुली निविदा प्रक्रिया द्वारा खरीदा गया है।
इस नई स्थापना से एम्स भोपाल में नैदानिक क्षमताओं में वृद्धि होगी और रिपोर्ट वितरण में तेजी आएगी। उद्घाटन समारोह में प्रो. अशोक के. महापात्रा (अध्यक्ष, एम्स भोपाल); प्रो. माधवानन्द कर (कार्यपालक निदेशक, एम्स भोपाल); श्री संदेश जैन (उप निदेशक, प्रशासन, एम्स भोपाल); प्रो. रजनीश जोशी (डीन, अकादमिक); प्रो. विकास गुप्ता (चिकित्सा अधीक्षक); प्रो. अश्विन कोटनीस; प्रो. रश्मि चौधरी; डॉ. आशीष जाधव; डॉ. राम रतन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। यह नई सुविधा एम्स भोपाल के मरीजों के लिए समय पर, भरोसेमंद और व्यापक जांच सुनिश्चित करेगी, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार होगा।