एम्स भोपाल में 8वीं – अंतरराष्ट्रीय ऑनकॉलजी स्कूल (ISO) 2025 सफलतापूर्वक संपन्न

भोपाल: 27 सितंबर 2025
संक्षेप: एम्स भोपाल में 22 से 26 सितंबर 2025 तक 8वीं – अंतरराष्ट्रीय ऑनकॉलजी स्कूल (ISO) 2025 सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह पांच दिवसीय बहुविषयक कोर्स विशेष रूप से MBBS छात्रों (तीसरे सेमेस्टर से इंटर्नशिप तक) के लिए तैयार किया गया था। कार्यक्रम में व्याख्यान, क्लिनिकल मास्टरक्लास, लैब डेमोंस्ट्रेशन, अस्पताल भ्रमण और इंटरैक्टिव चर्चाएँ आयोजित हुईं। वैज्ञानिक विषयों में कैंसर बायोलॉजी, प्रिवेंटिव ऑनकॉलजी, रिसर्च मेथडोलॉजी, एडवांस्ड डायग्नोस्टिक्स, उपचार पद्धतियाँ, पैलिएटिव केयर और कैंसर सर्वाइवरशिप शामिल थे। 25 छात्रों का चयन उनके ऑनकॉलजी से संबंधित नवाचारी अनुसंधान विचारों के आधार पर किया गया और उन्हें कोर्स में प्रस्तुत किया गया।कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को कैंसर अनुसंधान, निदान और रोगी देखभाल में व्यावहारिक अनुभव और ज्ञान प्रदान करना था।
विस्तार: एम्स भोपाल के पैथोलॉजी एवं लैब मेडिसिन विभाग द्वारा आयोजित 8वीं – अंतरराष्ट्रीय ऑनकॉलजी स्कूल (ISO) 2025, 22 से 26 सितंबर 2025 तक सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। नीदरलैंड्स के यूनिवर्सिटी ऑफ ग्रोनिंगन के इंटरनेशनल समर स्कूल ऑनकॉलजी के साथ शैक्षणिक सहयोग में आयोजित इस पांच दिवसीय बहुविषयक कोर्स का उद्देश्य MBBS छात्रों (तीसरे सेमेस्टर से इंटर्नशिप तक) को ऑनकॉलजी के क्षेत्र में मजबूत आधार प्रदान करना था। कार्यक्रम में व्याख्यान, क्लिनिकल मास्टरक्लास, लैब डेमोंस्ट्रेशन, अस्पताल भ्रमण और इंटरैक्टिव चर्चाएँ शामिल थीं। उद्घाटन समारोह में प्रो. (डॉ.) माधवानन्द कर (कार्यपालक निदेशक एवं सीईओ, एम्स भोपाल) की उपस्थिति रही। कोर्स डायरेक्टर प्रो. नीलकमल कपूर (पूर्व विभागाध्यक्ष, पैथोलॉजी एवं लैब मेडिसिन, एम्स भोपाल) थे, जबकि आयोजन अध्यक्ष प्रो. वैशाली वाल्के (विभागाध्यक्ष, पैथोलॉजी एवं लैब मेडिसिन, एम्स भोपाल) थीं। कार्यक्रम में प्रो. रजनीश जोशी (डीन अकादमिक्स) और प्रो. रहान उल हक (डीन रिसर्च) की अध्यक्षता वाली सलाहकार समिति ने भी मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान किया। वैज्ञानिक कार्यक्रम में कैंसर बायोलॉजी, प्रिवेंटिव ऑनकॉलजी, रिसर्च मेथडोलॉजी, एडवांस्ड डायग्नोस्टिक्स, उपचार पद्धतियाँ, पैलिएटिव केयर और कैंसर सर्वाइवरशिप जैसे विषय शामिल थे। विशेष आकर्षण के रूप में एफएनएसी (FNAC), आईएचसी (IHC), पीसीआर (PCR), फ्लो साइटोमेट्री, एंडोस्कोपी और एनजीएस (NGS) के डेमोंस्ट्रेशन सत्र, केस आधारित चर्चाएँ और छात्रों द्वारा ऑनकॉलजी से संबंधित ओरल प्रेजेंटेशन आयोजित हुए। प्रतिभागियों ने विशेषज्ञों के साथ इंटरैक्टिव सत्रों में भाग लिया, जिससे उन्हें संपूर्ण और व्यावहारिक शिक्षा का अनुभव मिला।
इस कार्यक्रम में केवल 25 छात्रों का चयन उनके ऑनकॉलजी से संबंधित नवीन अनुसंधान विचारों के आधार पर किया गया था, जिन्हें उन्होंने कोर्स के दौरान प्रस्तुत किया। ISO 2025 कार्यक्रम एम्स भोपाल की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो अगले पीढ़ी के मेडिकल पेशेवरों को मजबूत और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने की है। इस कार्यक्रम ने छात्रों को कैंसर अनुसंधान, निदान और रोगी देखभाल के क्षेत्र में सार्थक योगदान देने के लिए प्रेरित किया।