विश्व रोगी सुरक्षा दिवस: एम्स भोपाल ने जागरूकता और सुरक्षित उपचार के महत्व पर दिया जोर

भोपाल: 18 सितंबर 2025
एम्स भोपाल के अस्पताल प्रशासन विभाग ने क्वालिटी सेल के सहयोग से विश्व रोगी सुरक्षा दिवस के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। इस वर्ष की थीम थी “नवजात एवं बाल चिकित्सा में रोगी सुरक्षा” तथा स्लोगन था “शुरुआत से ही रोगी की सुरक्षा”। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. (डॉ.) माधवानंद कर, कार्यपालक निदेशक एवं सीईओ, एम्स भोपाल ने की। कार्यक्रम की शुरुआत माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन के लाइव प्रसारण से हुई, जिसमें उन्होंने मध्यप्रदेश के धार जिले में कई सामुदायिक पहलों का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रो. (डॉ.) रजनीश जोशी (डीन शैक्षणिक), श्री संदेश कुमार जैन (उपनिदेशक – प्रशासन), प्रो. (डॉ.) विकास गुप्ता (कार्यवाहक चिकित्सा अधीक्षक), संकाय सदस्य, एमएचएम एवं एमडी के रेज़िडेंट भी उपस्थित रहे। इसके बाद प्रो. (डॉ.) शिखा मलिक ने बाल चिकित्सा एवं नवजात रोगियों की सुरक्षा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ये सबसे संवेदनशील मरीज होते हैं और इनके उपचार में निरंतर सतर्कता तथा सुरक्षित पद्धतियों का पालन आवश्यक है। इस अवसर पर प्रो. (डॉ.) लक्ष्मी प्रसाद द्वारा एक 30 दिवसीय रोगी सुरक्षा तैयारी अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अभियान के अंतर्गत बाल चिकित्सा, नवजात, प्रसूति एवं स्त्री रोग वार्ड, ऑपरेशन थियेटर, गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू), डे-केयर यूनिट सहित अस्पताल के सभी 43 विभागों को कवर किया जाएगा। इससे हर मरीज तक बेहतर सुरक्षा मानक सुनिश्चित किए जाएंगे। कार्यक्रम में कार्यपालक निदेशक एवं सीईओ, प्रो. (डॉ.) माधवानंद कर ने आंतरिक ऑडिट समिति को ऑडिट चेकलिस्ट प्रदान की और सम्मानित किया। समापन पर उन्होंने आयोजन टीम की सराहना करते हुए कहा कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के लिए निरंतर सुधार और सभी विभागों का सहयोग बेहद आवश्यक है। यह आयोजन इस बात का प्रतीक है कि एम्स भोपाल रोगियों की सुरक्षा और गुणवत्तापूर्ण उपचार के लिए पूर्णत: प्रतिबद्ध है और यह कदम डब्ल्यूएचओ की वैश्विक पहल के अनुरूप है। आम नागरिकों के लिए इसका सीधा अर्थ है – सुरक्षित इलाज, भरोसेमंद सेवाएं और बेहतर स्वास्थ्य देखभाल, वह भी जीवन की शुरुआत से ही।



