एम्स भोपाल में स्वच्छता महाअभियान का आगाज

भोपाल : 18 सितंबर 2025
मुख्य बिंदु:
“स्वच्छता ही सेवा” अभियान का शुभारंभ एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक एवं सीईओ द्वारा स्वच्छता शपथ से हुआ।
अभियान की इस वर्ष की थीम “स्वच्छोत्सव” है, जिसका उद्देश्य स्वच्छता को उत्सव के रूप में मनाना है।
हरित क्षेत्रों, छात्रावासों, आवासीय परिसरों और अस्पताल परिसर की सफाई के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।
जागरूकता सत्रों में हाथ धोना, स्पिल मैनेजमेंट, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और पर्यावरणीय स्वच्छता शामिल हैं।
सामुदायिक आउटरीच गतिविधियों में झुग्गी-झोपड़ी वाले इलाकों, पुलिस प्रशिक्षण केंद्रों और सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता अभियान शामिल हैं।
“स्वच्छता चौपाल”, “वॉक फॉर हेल्थ” और स्वच्छता किट वितरण जैसी पहल आयोजित की जा रही हैं।
एम्स भोपाल में “स्वच्छता ही सेवा 2025” अभियान का शुभारंभ 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक किया जा रहा है। इस वर्ष अभियान की थीम “स्वच्छोत्सव” निर्धारित की गई है, जिसका उद्देश्य स्वच्छता को उत्सव के रूप में मनाना है। अभियान का उद्घाटन एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक एवं सीईओ प्रो. (डॉ.) माधवानंद कर द्वारा स्वच्छता शपथ दिलाकर किया गया। शपथ के उपरांत “विश्वकर्मा पूजन” का आयोजन किया गया, जिसके बाद सभी उपस्थित जनों ने सामूहिक श्रमदान करते हुए संस्थान परिसर की सफाई की तथा वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक, प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक, संकाय सदस्य, अधिकारी, रेज़िडेंट डॉक्टर, छात्र एवं समस्त कर्मचारीगण “श्रमदान” में सम्मिलित हुए और अभियान की शुरुआत को सार्थक बनाया। कार्यक्रम में संस्थान के वरिष्ठ अधिकारीगण भी उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से उप-निदेशक (प्रशासन) श्री संदेश कुमार जैन, डीन (शैक्षणिक) प्रो. (डॉ.) रजनीश जोशी, प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक प्रो. (डॉ.) विकास गुप्ता, डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. (मेजर) मयंक दीक्षित, तथा प्रशासनिक अधिकारी श्री ज्ञानेंद्र भूषण प्रसाद शामिल रहे।
अभियान के अंतर्गत एम्स भोपाल के विभिन्न विभागों द्वारा स्वच्छता, जन-जागरूकता एवं सामुदायिक सहभागिता से जुड़ी अनेक गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। इनमें हरित एवं खुले क्षेत्रों की सफाई, जलाशयों और वाटर कूलर की सफाई, अस्पताल परिसरों, छात्रावासों, आवासीय परिसरों, ओपीडी शौचालय परिसरों, शैक्षणिक एवं कार्यालय क्षेत्रों, छतों तथा खेल परिसर की सफाई शामिल है। साथ ही, पुलिस प्रशिक्षण केंद्र और शहरी बस्तियों जैसे सामुदायिक स्थलों पर भी स्वच्छता एवं स्वास्थ्य जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। अभियान के दौरान हाथ धोने, स्पिल मैनेजमेंट, पर्यावरणीय स्वच्छता एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर स्वास्थ्य शिक्षा कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। हाउसकीपिंग एवं सुरक्षा कर्मचारियों के लिए विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। “स्वच्छता चौपाल” के माध्यम से सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा दिया जाएगा, वहीं “वॉक फॉर हेल्थ” स्वस्थ जीवन शैली को प्रोत्साहित करेगा। इसके अतिरिक्त, स्लम क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान, डस्टबिन वितरण और वृक्षारोपण जैसे कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। सभी विभागाध्यक्षों के मार्गदर्शन में प्रत्येक विभाग प्रतिदिन “सबका प्रयास – सबका साथ – स्वच्छता में विश्वास” विषय पर व्याख्यान, प्रदर्शन एवं जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित करेंगे। समर्पित हाउसकीपिंग टीम प्रतिदिन गहन सफाई कार्य करेगी, जबकि अस्पताल संक्रमण नियंत्रण समिति (HICC) एवं संक्रमण नियंत्रण नर्स (ICNs) स्वच्छता एवं संक्रमण नियंत्रण के प्रति जन-जागरूकता गतिविधियाँ चलाएँगी। संकाय, अधिकारी, रेज़िडेंट डॉक्टर, छात्र एवं समस्त कर्मचारी सक्रिय भागीदारी से यह संदेश देंगे कि स्वच्छता केवल एक आदत नहीं बल्कि स्वस्थ वातावरण बनाने की सामूहिक जिम्मेदारी होगी। एम्स भोपाल, स्वच्छ भारत मिशन की भावना को आत्मसात करते हुए, स्वच्छ, स्वस्थ और समृद्ध भारत के निर्माण में अपना सक्रिय योगदान देता रहेगा।