छात्राओं को निर्भय, निर्भीक और साहसी बनाने मिशन साहसी का प्रशिक्षण अभाविप के प्रांत छात्रा सम्मेलन में
रानी अबक्काजी जी, स्वर्गीय सुषमा स्वराज जी और महान विभूतियों का किया स्मरण
भोपाल/विदिशा: 16 सितंबर 2025
15- 16 सितंबर 2025 अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्, मध्यभारत प्रांत के द्वारा आयोजित दो दिवसीय प्रांत छात्रा सम्मेलन का आज विदिशा नगर में सम्पन्न हुआ। इस प्रांत छात्रा सम्मेलन में उद्घाटन सत्र में मध्यप्रदेश सरकार में राज्य मंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी, अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री कु. शालिनी वर्मा, प्रांत अध्यक्ष धर्मेंद्र राजपूत, प्रांत मंत्री केतन चतुर्वेदी, एवं प्रांत छात्रा प्रमुख कु. बबली शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे।
उद्घाटन सत्र में अतिथियों ने छात्राओं को सशक्त नेतृत्व की प्रेरणा दी और देश के विकास में उनकी भूमिका पर जोर दिया। राज्य मंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी ने कहा कि “विद्यार्थी परिषद् छात्राओं को नेतृत्व देने वाला सर्वश्रेष्ठ संगठन” अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री कु. शालिनी वर्मा ने प्रांत छात्रा सम्मेलन में कहा कि बेटियां न केवल घर की जिम्मेदारियां निभा रही हैं, बल्कि साहस और योग्यता के साथ अंतरिक्ष की सीमाएं भेद रही हैं, युद्धक विमान चला रही हैं और इतना ही नहीं अब तो आतंकवादियों को ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से ध्वस्त भी कर रही हैं। उन्होंने भारत की वीरांगनाओं स्व.सुषमा स्वराज, रानी अबक्का, अहिल्याबाई होलकर, सावित्रीबाई फुले, रानी पद्मावती, हांडी रानी जैसे आदर्शों का स्मरण करते हुए बताया कि महिला संस्कार से विकसित भारत निर्माण ही वर्तमान युग की आवश्यकता है। कु. शालिनी वर्मा ने यह भी स्पष्ट किया कि महिला सशक्तिकरण का अर्थ केवल अधिकार नहीं, बल्कि कर्तव्य, संस्कार और समाज की सेवा है। इस प्रेरक संदेश के साथ उन्होंने उपस्थित छात्राओं से यह संकल्प दिलाया कि छात्राएं स्वस्थ, सुरक्षित, स्वावलंबी और सशक्त होकर भारत को समृद्ध बनाएंगी। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि वीरांगनाओं की विरासत से प्रेरणा लेते हुए महिला शक्ति का महापर्व है।
भारतीय चिंतन में महिलाओं की भूमिका इस सत्र को उज्जैन से अतिथि के रूप में पधारी डा.अरूणा सारस्वत जी ने संबोधित किया ।
इंद्रदेव के अभिनंदन से दोपहर 04:00 बजे रविन्द्र नाथ टैगोर सभागार से शोभा यात्रा का आयोजन हुआ, जो नीमताल होते हुए माधव गंज तक गई। जिसमें प्रदेश भर से चयनित छात्राओं ने “लव जिहाद”, “विकसित भारत में महिलाओं की भूमिका” जैसे विषयों पर प्रेरक भाषण प्रस्तुत किए।
प्रांत छात्रा सम्मेलन में देश भर से 1200 चयनित छात्राएं ने भाग लिया। रात्रि के सत्रों में प्रांतभर की छात्राओं ने प्रतिभा प्रदशर्न कर देशभक्ति गीतों पर नृत्य,एकल गीत की प्रस्तुति की।
द्वितीय दिवस प्रांत छात्रा सम्मेलन के निमित्त प्रातः 01:30 घंटे नागपुर से विदिशा पधारी सुनीता जी ने छात्राओं को मिशन साहसी का प्रशिक्षण दिया एवं पेन,क्लिप,कड़ा,आईडी कार्ड से स्वयं की रक्षा एवं जिहादियों से निपटने का प्रशिक्षण दिया। इस प्रांत छात्रा सम्मेलन में समानांतर सत्रों की रचना भी की जिसमें श्रीमति सुनंदा रघुवंशी,श्री मति पिंकेश लता जी,श्री शशि ठाकुर जी,श्री मति आर्या जी ने शिक्षित छात्राएं विकसित भारत,स्वस्थ छात्राएं सशक्त भारत, सुरक्षित छात्राएं सम्मानित भारत, स्वावलंबी छात्राएं स्वावलंबी भारत ऐसे 4 विषयों पर छात्राओं से पृथक पृथक वक्ताओं ने चर्चा की। इस कार्यक्रम के समापन सत्र में अभाविप के क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री चेतस सुखाड़िया जी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि वेदकाल से लेकर आज तक विदुषी, योद्धा, साहित्यिक, संत महिलाओं के उदाहरण हमारे सामने हैं। गुजरात के ‘नवनिर्माण आंदोलन’ (1973) और बिहार के ‘भ्रष्टाचार विरोध’ संघर्ष (1974) जैसे आंदोलनों में छात्राओं ने सक्रिय भागीदारी निभाई। विद्यार्थी परिषद में छात्राओं की सदस्यता भी छात्रों के साथ ही शुरू हुई। आज संगठन में छात्र और छात्रा दोनों मिलकर राष्ट्रीय पुनर्निर्माण का कार्य कर रहे है। हमने जो मिशन साहसी की ट्रेनिंग ली है अब हमें लाखों छात्राओं को मिशन साहसी का प्रशिक्षण देकर उन्हें साहसी बनाना है। मध्यक्षेत्र की क्षेत्रीय छात्रा प्रमुख वसुंधरा सिंह ने बताया कि विदिशा के कार्यकर्ताओं द्वारा 200+ छात्राओं को SHAKTI INTERNSHIP PROGRAM में सम्मिलित किया गया है। इसमें छात्राओं को फूड मैनेजमेंट, ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट, फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी आदि में व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक करना, उनके नेतृत्व कौशल को निखारना और उन्हें राष्ट्रीय संस्कार से विकसित भारत निर्माण के पथ पर अग्रसरित करना है।
इस प्रांत छात्रा सम्मेलन में अतिथियों को पुष्प गुच्छ की जगह त्रिशूल देकर अभिनंदन दिया। एवं मोटे अनाज की रंगोली बनाकर स्व के प्रति जागरूकता का संदेश भी दिया।