सर कर्नल रामनाथ चोपड़ा को याद करते हुए एम्स भोपाल ने मनाया राष्ट्रीय फार्माकोलॉजी दिवस

भोपाल: 25 अगस्त 2025
एम्स भोपाल ने राष्ट्रीय फार्माकोलॉजी दिवस 2025 बड़े उत्साह के साथ मनाया और भारत में फार्माकोलॉजी के जनक कहे जाने वाले सर कर्नल रामनाथ चोपड़ा को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर फार्माकोलॉजी विभाग द्वारा एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में पोस्टग्रेजुएट रेज़िडेंट्स ने भाग लिया। इस वर्ष का विषय था – “लेगेसी एंड रिलेवेंस ऑफ फार्माकोलॉजी इन मॉडर्न मेडिसिन” कार्यक्रम का आयोजन 23 अगस्त 2025 को सरदार वल्लभभाई पटेल भवन में हुआ। इसकी शुरुआत सर रामनाथ चोपड़ा की दूरदृष्टि और योगदानों को रेखांकित करने से हुई, जिन्होंने चिकित्सा विज्ञान को नई दिशा दी। इस विरासत को आगे बढ़ाना आधुनिक दौर में और भी अधिक महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषता प्रो. (डॉ.) एस. पी. धनेरिया का विशेष व्याख्यान था। वे आर. डी. गार्डी मेडिकल कॉलेज, उज्जैन के फार्माकोलॉजी विभागाध्यक्ष हैं और एम्स रायपुर के पूर्व डीन एवं एचओडी भी रह चुके हैं। उन्होंने अपने संबोधन में सर रामनाथ चोपड़ा द्वारा स्थापित फार्माकोलॉजी शिक्षा और शोध की मजबूत नींव पर प्रकाश डाला। प्रो. धनरिया ने बताया कि आज की चिकित्सा में फार्माकोलॉजी की अहमियत और भी बढ़ गई है—चाहे बात हो मरीजों की सुरक्षा की, दवाओं के विवेकपूर्ण उपयोग की, या फिर आधुनिक और प्रमाण-आधारित उपचार की। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि यदि दवाओं का सही और जिम्मेदारी से उपयोग किया जाए, तो गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों से बचा जा सकता है और मरीजों को अधिक सुरक्षित व प्रभावी उपचार उपलब्ध कराया जा सकता है। कार्यक्रम का समापन संवाद सत्र से हुआ, जिसमें प्रतिभागियों ने फार्माकोलॉजी के भविष्य, क्लिनिकल मेडिसिन, शोध और जनस्वास्थ्य में इसकी भूमिका पर विचार साझा किए। यह आयोजन केवल छात्रों और चिकित्सकों के लिए ही नहीं, बल्कि आम नागरिकों के लिए भी संदेश देता है कि दवाओं का सही उपयोग स्वास्थ्य की कुंजी है।