रानी कमलापति स्टेशन पर रेलवे धरोहर के रूप में स्थापित किया जा रहा है ऐतिहासिक इंजन

भोपाल : 27 जुलाई 2025
मंडल रेल प्रबंधक देवाशीष त्रिपाठी के मार्गदर्शन में पश्चिम मध्य रेलवे द्वारा भारतीय रेलवे की समृद्ध विरासत को संरक्षित करते हुए ऐतिहासिक नैरो गेज के लोकोमोटिव NG LOCO नं. 514 (ZDM5) को रानी कमलापति स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार पर प्रदर्शित किया जा रहा है । यह इंजन रेलवे तकनीक के ऐतिहासिक विकास का प्रतीक है।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ कटारिया ने बताया कि यह 22 टन वजनी इंजन 3 जून 1991 को धौलपुर से अपनी परिचालन यात्रा प्रारंभ करते हुए वर्षों तक नैरो गेज रेल पटरियों (762 मिमी गेज) पर संचालित रहा। इसकी अंतिम परिचालन यात्रा 1 अप्रैल 2019 को धौलपुर से टंटपुर-मथुरा खंड तक की गई थी। इसके पश्चात 30 मार्च 2023 को अंतिम बार तकनीकी परीक्षण के रूप में इसे चलाया गया तथा 1 अप्रैल 2023 को इसे औपचारिक रूप से सेवामुक्त कर दिया गया।
यह लोकोमोटिव वैक्यूम डीजल प्रणाली पर कार्य करता था और इसका अनुरक्षण उत्तर मध्य रेलवे के डीजल लोको शेड, धौलपुर द्वारा किया जाता था। इस इंजन को भारतीय रेलवे की ऐतिहासिक संपदा के रूप में 3 नवम्बर 2023 को ‘हेरिटेज एसेट’ घोषित किया गया।
इस इंजन को 23 जुलाई 2025 को धौलपुर से भोपाल मंडल लाया गया तथा रानी कमलापति स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार पर संरक्षित एवं प्रदर्शित किया जा रहा है । यह लोकोमोटिव अब न केवल रेलवे इतिहास की एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में संरक्षित है, बल्कि यह आम जनता और यात्रियों के लिए एक प्रेरक और जानकारीवर्धक प्रदर्शनी का केंद्र भी बनेगा।
इस पहल से न केवल रेलवे की ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण हो रहा है, बल्कि भावी पीढ़ियों को भारतीय रेलवे की तकनीकी प्रगति और सेवा परंपरा से जोड़ने का कार्य भी सफलतापूर्वक किया जा रहा है।
मुख्य तथ्य – एक नजर में:
• नाम: NG LOCO नं. 514 (ZDM5)
• वजन: 22 टन
• सेवा प्रारंभ तिथि: 3 जून 1991
• अंतिम परिचालन तिथि: 1 अप्रैल 2019
• अंतिम तकनीकी संचालन: 30 मार्च 2023
• सेवामुक्ति तिथि: 1 अप्रैल 2023
• हेरिटेज दर्जा प्राप्त: 3 नवम्बर 2023
• गौण गेज: 762 मिमी
• अनुरक्षण: NCR LOCO शेड, धौलपुर
• प्रदर्शनी स्थल: रानी कमलापति स्टेशन, मुख्य प्रवेश द्वार
• भोपाल मंडल में आगमन: 23 जुलाई 2025