मप्र भाजपा को मिला नया प्रदेश अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री और निवृत्तमान प्रदेशाध्यक्ष ने दी बधाई और शुभकामनाएं

भोपाल: 2 जुलाई 2025
भारतीय जनता पार्टी की मध्यप्रदेश इकाई को बुधवार को नया अध्यक्ष मिल गया। बैतूल से विधायक हेमंत खंडेलवाल ने प्रदेश अध्यक्ष का औपचारिक कार्यभार ग्रहण किया। इस मौके पर निवर्तमान अध्यक्ष वीडी शर्मा ने उन्हें पार्टी का ध्वज सौंपा और भावुक अंदाज में पार्टी कार्यकर्ताओं से विदाई ली। शर्मा ने कहा कि मेरे पांच साल चार महीने के कार्यकाल में यदि मेरे किसी व्यवहार से किसी को ठेस पहुंची हो, तो मैं क्षमा चाहता हूं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में भाजपा की उपलब्धियों के पीछे 41 लाख से अधिक कार्यकर्ताओं की मेहनत और समर्पण है, जिन्होंने बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत किया।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडी शर्मा की सराहना करते हुए उन्हें “भाजपा का शुभंकर” बताया। उन्होंने कहा कि वीडी शर्मा के नेतृत्व में पार्टी ने हर चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया और संगठन को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। शिवराज ने हेमंत खंडेलवाल को नई जिम्मेदारी मिलने पर शुभकामनाएं देते हुए भरोसा जताया कि वे इसे पूरी लगन और कुशलता से निभाएंगे। वीडी शर्मा 15 फरवरी 2020 को प्रदेश अध्यक्ष बने थे। पार्टी के संविधान के अनुसार अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल का होता है, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए उन्हें कार्यकाल विस्तार दिया गया। इस तरह वे एक ही कार्यकाल में पांच साल चार महीने तक पद पर बने रहे, जो मध्यप्रदेश भाजपा के इतिहास में सबसे लंबा कार्यकाल है।
इससे पहले सुंदरलाल पटवा, कैलाश जोशी और नरेन्द्र सिंह तोमर को भी दो बार प्रदेश अध्यक्ष बनने का मौका मिला था, लेकिन वे एक कार्यकाल में इतने लंबे समय तक पद पर नहीं रहे। शर्मा के नेतृत्व में भाजपा को पंचायत, नगरीय निकाय, विधानसभा और लोकसभा चुनावों में जीत मिली, जिससे उन्हें पार्टी में एक सफल और मजबूत अध्यक्ष के रूप में याद किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा समेत भाजपा के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे। प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिलने पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और वी. डी. शर्मा ने खंडेलवाल को मिठाई खिलाकर शुभकामनाएं दीं। पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने इस मौके पर खंडेलवाल का गर्मजोशी से स्वागत किया और उनके नेतृत्व में संगठन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की उम्मीद जताई। बुधवार को भोपाल में केंद्रीय पर्यवेक्षक एवं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की उपस्थिति में खंडेलवाल के नाम पर सर्वसम्मति से मुहर लगाई गई। खंडेलवाल का चयन निर्विरोध रहा, जिसे पार्टी के भीतर अनुशासन और एकजुटता का प्रतीक माना जा रहा है। निवर्तमान अध्यक्ष वी.डी. शर्मा का कार्यकाल भी समाप्त हो गया। शर्मा ने पांच वर्षों से अधिक समय तक इस पद पर रहते हुए पार्टी को कई राजनीतिक उपलब्धियां दिलाईं। पहले सामने आई गुटबाजी और कई नामों की अटकलों के बीच खंडेलवाल के नाम पर बनी सर्वसम्मति से यह स्पष्ट हो गया कि भाजपा ने एक बार फिर आंतरिक सहमति और अनुशासन को प्राथमिकता दी है।
संक्षिप्त परिचय
1964 में मथुरा में जन्मे हेमंत खंडेलवाल कानून स्नातक हैं और व्यवसाय से जुड़े रहे हैं। वे वरिष्ठ भाजपा नेता विजय कुमार खंडेलवाल के पुत्र हैं। 2008 में अपने पिता के निधन के बाद बैतूल से सांसद बने और 2013 में विधायक चुने गए। 2023 में उन्होंने एक बार फिर विधानसभा में वापसी की। उनकी 41 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है और उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। भाजपा खेमे में इसे अनुशासन और समन्वय का प्रतीकात्मक संदेश माना जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि खंडेलवाल की नियुक्ति से भाजपा को एक स्थिर और समन्वित नेतृत्व मिलेगा ।