एम्स भोपाल की डॉ. लिली पोद्दार ने हेलसिंकी में मातृ स्वास्थ्य पर नवाचारी शोध प्रस्तुत किया

भोपाल: 05 जुलाई 2025
एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के मार्गदर्शन में संस्थान निरंतर शैक्षणिक उत्कृष्टता, वैश्विक शोध सहयोग और साक्ष्य-आधारित नवाचारों की दिशा में अग्रसर है। इसी क्रम में, एम्स भोपाल की नर्सिंग कॉलेज की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. लिली पोद्दार ने फिनलैंड के हेलसिंकी में आयोजित इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्सेज (ICN) कांग्रेस 2025 में संस्थान का प्रतिनिधित्व किया। यह एक प्रतिष्ठित वैश्विक मंच है, जिसमें 130 से अधिक देशों के 7,000 से अधिक स्वास्थ्य पेशेवर, नीति-निर्माता और शिक्षक शामिल हुए। इस वर्ष कांग्रेस की थीम थी – “नर्सिंग पावर टू चेंज द वर्ल्ड”, जिसमें यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज, स्वास्थ्यकर्मियों की भलाई, नैतिक नेतृत्व और डिजिटल स्वास्थ्य परिवर्तन जैसे विषयों पर विशेष जोर दिया गया। इसी आयोजन में ‘इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्सेज’ द्वारा ‘नर्सिंग’ और ‘नर्स’ की नई वैश्विक परिभाषाएं भी जारी की गईं, जिससे इस पेशे की वैज्ञानिक, नैतिक और सामाजिक भूमिका को नई पहचान मिली।
डॉ. लिली पोद्दार ने इस मंच पर एक वैज्ञानिक ई-पोस्टर प्रस्तुत किया, जिसका शीर्षक था – “ब्रीद टू बर्थ: अनवीलिंग द इम्पैक्ट ऑफ़ अ नर्स-लेड ब्रीदिंग एक्सरसाइज़ इंटरवेंशन प्रोटोकॉल ऑन लेबर आउटकम्स अमंग प्रेग्नेंट वीमेन- अ रैंडमाइज़्ड कंट्रोल्ड ट्रायल इन सेंट्रल इंडिया”। यह शोध एम.एससी. नर्सिंग की छात्रा कुमारी डिंपल (बैच 2022) के शोध प्रबंध पर आधारित था। इस अध्ययन में मध्य भारत के तृतीयक स्वास्थ्य संस्थानों में पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं पर नर्सों द्वारा सिखाए गए एक विशेष श्वसन व्यायाम (सांस लेने की तकनीक) का प्रसव प्रक्रिया पर प्रभाव जांचा गया। शोध में यह पाया गया कि इस अभ्यास को अपनाने वाली महिलाओं को प्रसव के दौरान दवाओं की आवश्यकता कम पड़ी, प्रसव की अवधि घटी और उनका संपूर्ण अनुभव अधिक सहज और संतोषजनक रहा। इस शोध से यह सिद्ध हुआ कि नर्सों के नेतृत्व में कराए गए श्वसन अभ्यास कम लागत में, सरलता से लागू की जा सकने वाली प्रभावशाली रणनीति है, जो खासकर संसाधनों की कमी वाले क्षेत्रों में मातृ स्वास्थ्य को बेहतर बना सकती है। डॉ. लिली पोद्दार की इस प्रस्तुति को अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों द्वारा अत्यधिक सराहना मिली, जो मातृत्व देखभाल में नर्स-प्रेरित नवाचारों की वैश्विक स्वीकार्यता को दर्शाता है।।
इस अवसर पर प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा, “एम्स भोपाल की ओर से इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्सेज (ICN) जैसे वैश्विक मंच पर भागीदारी, हमारे संकाय की गुणवत्ता, शोध-निष्ठा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त स्वास्थ्य नवाचारों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। डॉ. लिली पोद्दार और उनकी टीम का यह योगदान भारत की नर्सिंग शिक्षा और मातृ स्वास्थ्य में क्रांतिकारी बदलाव का प्रतीक है। यह हमारे संस्थान के लिए गर्व का क्षण है।