एम्स भोपाल में विशाल गॉइटर से पीड़ित महिला का सफल ऑपरेशन

भोपाल: 03 जुलाई 2025
एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के मार्गदर्शन में संस्थान न केवल चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता को निरंतर सशक्त बना रहा है, बल्कि जटिल रोगों के उपचार में भी उत्कृष्टता स्थापित कर रहा है। इसी क्रम में, जनरल सर्जरी विभाग की विशेषज्ञ टीम ने एक 65 वर्षीय महिला का सफल ऑपरेशन कर एक अत्यंत जटिल चिकित्सीय स्थिति में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। यह महिला वर्षों से विशाल गॉइटर की समस्या से पीड़ित थीं, जो हाल के दिनों में गंभीर रूप ले चुकी थी। गॉइटर के अत्यधिक बढ़ने के कारण उन्हें सांस लेने में भारी परेशानी होने लगी थी और उनकी आवाज़ में भी स्पष्ट परिवर्तन आ गया था। स्वास्थ्य की इस बिगड़ती स्थिति को देखते हुए उन्होंने एम्स भोपाल के जनरल सर्जरी ओपीडी में परामर्श लिया, जहाँ चिकित्सकों ने तुरंत परीक्षण कर उन्हें भर्ती कर लिया। जांचों में सामने आया कि गॉइटर का आकार इतना अधिक बढ़ चुका था कि उसने श्वास नली (ट्रेकिया) सहित गर्दन की अन्य महत्वपूर्ण संरचनाओं पर दबाव डालना शुरू कर दिया था। इससे स्थिति अत्यंत संवेदनशील और जीवन के लिए जोखिमपूर्ण हो गई थी। ऐसे में सर्जरी करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था। इस जटिल सर्जरी का सफल नेतृत्व जनरल सर्जरी विभाग के प्रो. (डॉ.) मनीष स्वर्णकार और डॉ. कृष्ण कुमार ने किया। कई घंटों तक चले इस ऑपरेशन के दौरान थायरॉयड ग्रंथि को अत्यंत सावधानीपूर्वक हटाया गया, ताकि आवाज़ की नसें (रिकरेंट लैरिंजियल नर्व) और पैरा-थायरॉयड ग्रंथियाँ सुरक्षित रह सकें। सर्जरी पूरी तरह सफल रही और मरीज अब डॉक्टरों की निगरानी में तेजी से स्वस्थ हो रही हैं। सर्जरी की सफलता पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए प्रो. (डॉ.) मनीष स्वर्णकार ने कहा, “थायरॉयड संबंधी रोगों की समय पर पहचान और उचित उपचार बेहद आवश्यक है। अगर थोड़ी और देर होती, तो यह स्थिति मरीज के जीवन के लिए अत्यंत घातक सिद्ध हो सकती थी।”
इस सफलता पर कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा, “इस जटिल सर्जरी की सफलता एम्स भोपाल की चिकित्सकीय दक्षता, टीम भावना और सेवा के प्रति गहरे समर्पण को दर्शाती है। हमारा प्रयास सिर्फ उन्नत उपचार देना नहीं, बल्कि हर ज़रूरतमंद को समय पर जीवनरक्षक समाधान उपलब्ध कराना है, ताकि स्वास्थ्य सेवाएं वास्तव में जनकल्याण का माध्यम बन सकें”