एम्स भोपाल ने सफल एओर्टिक एन्यूरिज्म (महाधमनी की सूजन) रिपेयर कर मरीज की जान बचाई

भोपाल: 19 मई 2025
एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के मार्गदर्शन में कार्डियोथोरेसिक एवं वैस्कुलर सर्जरी (सीटीवीएस) विभाग ने एक और जटिल सर्जरी सफलता पूर्वक संपन्न की। इस सर्जरी के माध्यम से सागर जिले के 60 वर्षीय एक किसान का उपचार किया गया, जो विगत एक वर्ष से पेट में दर्द की समस्या से पीड़ित थे। उन्होंने कई अस्पतालों में परामर्श किया, जहाँ जाँच के उपरांत पेट की महाधमनी में 10 सेंटीमीटर का एब्डॉमिनल एऑर्टिक एन्यूरिज्म (महाधमनी की सूजन) पाया गया, जो धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा था तथा कभी भी फट सकता था। विभिन्न अस्पतालों में उपचार कराने के बाद भी जब उन्हें राहत नहीं मिली, तब वे एम्स भोपाल के सीटीवीएस विभाग में पहुँचे। विभाग की विशेषज्ञ टीम द्वारा विस्तृत परीक्षण के बाद सर्जरी का निर्णय लिया गया। इस सर्जरी में सूजनग्रस्त महाधमनी को सफलतापूर्वक हटाकर, ग्राफ्ट (कृत्रिम नली) की सहायता से उसकी मरम्मत की गई। सर्जरी के पश्चात मरीज को आईसीयू में स्थानांतरित किया गया जहां उनके स्वास्थ्य में निरंतर सुधार हो रहा है।
इस उपलब्धि के महत्व पर जोर देते हुए प्रो. सिंह ने कहा, “यह सफल सर्जरी एम्स भोपाल की मध्य प्रदेश के लोगों को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। एम्स भोपाल के लिए यह गर्व का विषय है कि हम ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों सहित समाज के सभी वर्गों के मरीजों को उन्नत एवं जीवन रक्षक चिकित्सा सुविधा प्रदान कर रहे हैं। हमारी प्रतिबद्धता है कि ऐसी महत्वपूर्ण चिकित्सकीय सेवाएं सभी जरूरतमंदों तक पहुँचें और उन्हें बेहतर स्वास्थ्य एवं नई उम्मीद मिले।” इस मरीज की सर्जरी कार्डियोथोरेसिक विभाग के प्रमुख डॉ. योगेश निवारिया की देखरेख में किया गया। सर्जिकल टीम में डॉ. एम किशन, डॉ. सुरेंद्र सिंह यादव, डॉ. राहुल शर्मा, डॉ. विक्रम वट्टी और डॉ. आदित्य सिरोही शामिल थे। यूरोलॉजी विभाग से डॉ. केतन मेहरा एवं एनेस्थीसिया विभाग से डॉ. प्रणिता मंडल ने इस सर्जरी में सहयोग किया।