मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग में 80 लाख के घोटाले का खुलासा, क्षेत्रीय प्रबंधक और इकाई प्रभारी निलंबित

भोपाल: 25 अक्टूबर 2025
मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम में 80 लाख रु के घोटाले का खुलासा हुआ। इस घोटाले में खरीदी में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। मध्य प्रदेश पर्यटन निगम की दो प्रमुख इकाइयों विंड एंड वेव्ज़ रेस्टोरेंट और बोट क्लब भोपाल में नियमों के विरुद्ध सामग्री की खरीदी करने का आरोप है और इसी के चलते दो वरिष्ठ अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर निलंबित कर दिया गया है। निगम प्रशासन ने क्षेत्रीय प्रबंधक अनिल कुरूप और प्रभारी प्रबंधक अरविंद्र शर्मा को अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत हटाया है। जांच में पाया गया कि दोनों अधिकारियों ने बिना मुख्यालय की अनुमति करीब 80.82 लाख की सामग्री खरीदी, जबकि उन्हें केवल 5 लाख तक की खरीदी का अधिकार था।
जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि खरीदी कोटेशन के नाम पर छोटे-छोटे बिलों में बांटकर की गई। 72 वस्तुओं में से 40 आइटम भौतिक सत्यापन में नहीं मिले, जिससे निगम को 22.37 लाख की प्रत्यक्ष वित्तीय हानि हुई। साथ ही, खरीदी गई सामग्री पर न कंपनी का लोगो, न बारकोड और न MRP पाया गया, जिससे गुणवत्ता पर सवाल उठे हैं।
दोनों अधिकारियों को 17 अक्टूबर को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया था। जवाब असंतोषजनक मिलने पर निगम ने एमपीएसटीडीसी सेवा उपविधि 2004 की धारा 7(क) के तहत तत्काल निलंबन का आदेश जारी किया। निलंबन अवधि में दोनों का मुख्यालय पर्यटन भवन, भदभदा रोड, भोपाल निर्धारित किया गया है।
निगम के प्रबंध संचालक डॉ.इलैया राजा टी ने अमर उजाला को बतााया कि मैनेजर को 5 लाख तक की खरीदी की सीमा है, लेकिन करीब 80 लाख की खरीदी की गई। इसमें गंभीर गड़बड़ी पाई गई है। संबंधित कंपनी पर जल्द ही FIR दर्ज कराई जाएगी, और जहां-जहां से यह कंपनी जुड़ी है, वहां जांच जारी है। जल्द ही और जगह भी कार्रवाई की जाएगी।




