एम्स भोपाल के आयुष विभाग द्वारा 10वें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष्य में विविध कार्यक्रमों का आयोजन

भोपाल: 26 सितंबर 2025
एम्स भोपाल में 23 सितम्बर 2025 को 10वां राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया गया। मरीजों, चिकित्सकों, फैकल्टी और स्टाफ ने भगवान धन्वंतरि की पूजा की। तुलसी, आंवला और अश्वगंधा जैसे औषधीय पौधों पर व्याख्यान आयोजित हुआ। आंवला का पौधा रोपा गया और दीपक उपाध्याय ने तुलसी-आंवला पौधा भेंट किया। मरीजों ने आयुर्वेदिक दवाओं से हुए “चमत्कारी” लाभ साझा किए।
एम्स भोपाल में 23 सितम्बर 2025 को श्रद्धा और उत्साह के साथ 10वां राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया। इस अवसर पर आधुनिक स्वास्थ्य प्रणाली में आयुर्वेद की भूमिका को रेखांकित करते हुए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान धन्वंतरि की विधिवत पूजा से हुई, जिसमें मरीजों, चिकित्सकों, फैकल्टी और स्टाफ सदस्यों ने भाग लिया। आयुर्वेद और स्वास्थ्य के देवता माने जाने वाले भगवान धन्वंतरि की पूजा कर सभी ने आरोग्य और सुख-समृद्धि की कामना की।
इसके पश्चात आयुष विभाग द्वारा औषधीय पौधों और आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति पर एक ज्ञानवर्धक व्याख्यान का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने बताया कि तुलसी, आंवला और अश्वगंधा जैसे पौधे आज भी रोगों की रोकथाम और उपचार में प्रभावी सिद्ध हो रहे हैं। इस शुभ अवसर पर आंवला के पौधे का रोपण भी किया गया, जिसे भारतीय चिकित्सा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण औषधीय वृक्ष माना जाता है। इस कार्यक्रम में मरीज़ों ने आयुष विभाग को तुलसी-आंवला का पौधा भेंट किया, जो स्वास्थ्य और शुद्धता का प्रतीक है और प्राकृतिक चिकित्सा तथा हरित पर्यावरण के प्रति प्रेरणादायक संदेश था।
इस अवसर पर उपस्थित मरीजों ने आयुर्वेदिक चिकित्सा से मिले लाभ और अपने अनुभव साझा किए। कई मरीजों ने बताया कि आयुर्वेदिक दवाओं से उनके स्वास्थ्य में “चमत्कारी” सुधार हुआ है। कार्यक्रम का उद्देश्य केवल परंपरा का निर्वाह करना नहीं, बल्कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से आयुर्वेद को जनसामान्य तक पहुंचाना था। इस आयोजन ने यह सिद्ध किया कि आयुर्वेद आज भी अत्यंत प्रासंगिक है और आधुनिक चिकित्सा पद्धति के साथ मिलकर एक समग्र स्वास्थ्य समाधान प्रदान कर सकता है।




