सिंगरौली से एयरलिफ्ट कर लाए गए मरीज को एम्स भोपाल में मिला जीवन रक्षक इलाज

भोपाल: 24 जुलाई 2025
कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के नेतृत्व में एम्स भोपाल स्वास्थ्य सेवा, आपातकालीन चिकित्सा और गहन चिकित्सा उपचार के क्षेत्र में उत्कृष्टता की दिशा में निरंतर कार्य कर रहा है। इसी क्रम में 23 जुलाई 2025 को नेहरू शताब्दी चिकित्सालय, सिंगरौली से एक अत्यंत गंभीर अवस्था में मरीज को एयरलिफ्ट कर एम्स भोपाल लाया गया। मरीज को दाहिने पैर में सेलुलाइटिस, सेप्सिस, सेप्टिक शॉक और मल्टी ऑर्गन डिसफंक्शन की समस्या थी। सिंगरौली में स्थिति अत्यधिक गंभीर होने के कारण उसे उन्नत चिकित्सा सुविधाओं और जीवन रक्षक देखभाल की आवश्यकता थी। मरीज के एम्स भोपाल पहुंचते ही उसे तुरंत आईसीयू में भर्ती किया गया, जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने तत्काल उपचार आरंभ किया। एम्स भोपाल की गहन चिकित्सा इकाई में सतत निगरानी और विशेषज्ञ उपचार के परिणामस्वरूप मरीज की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है और अब वह स्थिर एवं बेहतर स्वास्थ्य स्थिति में है। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा, “एम्स भोपाल न केवल मध्यप्रदेश बल्कि पूरे देश के लोगों के लिए एक भरोसेमंद जीवन रक्षक संस्थान बनकर उभरा है। दूरस्थ क्षेत्र से गंभीर स्थिति में आए मरीज को समय पर गहन उपचार देना हमारे डॉक्टरों, नर्सिंग और तकनीकी स्टाफ की प्रतिबद्धता और दक्षता को दर्शाता है। हमारा उद्देश्य हर मरीज को सर्वोत्तम इलाज और मानवीय देखभाल देना है।”