“स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान के अंतर्गत एम्स भोपाल ने शिविर आयोजित किया

भोपाल: 26 सितंबर 2025
“स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान के अंतर्गत एम्स भोपाल द्वारा पीएचसी बमूलिया और के. डी सेंट्रल स्कूल, बमुलिया (सीहोर) में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर आयोजित
शिविरों में 600 से अधिक प्रतिभागियों ने स्वास्थ्य शिक्षा, जागरूकता गतिविधियों, योग/प्राणायाम और महिलाओं व किशोरियों के लिए पोषण परामर्श का लाभ लिया। कुल मिलाकर 06 गर्भवती महिलाओं की जांच, 96 हीमोग्लोबिन जांच, 256 ब्लड प्रेशर जांच, 162 डायबिटीज जांच, 05 गर्भाशय ग्रीवा कैंसर जांच और 25 सिकल सेल एनीमिया जांच की गईं।
एम्स भोपाल के आहार विज्ञान विभाग द्वारा के. डी सेंट्रल स्कूल, बमुलिया में पोषण जागरूकता सत्र आयोजित किया गया, जिसमें 250 विद्यार्थियों और 18 शिक्षकों/कर्मचारियों ने भाग लिया। विद्यार्थियों के लिए नेत्र जांच (Eye Checkup) भी की गई, जिससे उनकी दृष्टि संबंधी समस्याओं की समय पर पहचान और परामर्श सुनिश्चित हो सके।
एम्स भोपाल 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2025 तक चल रहे ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’ अभियान में सक्रिय रूप से भाग ले रहा है। इस पहल के अंतर्गत 25 सितम्बर 2025 को पीएचसी बमूलिया और केडी सेंट्रल स्कूल, बमुलिया में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए, जिनका उद्देश्य महिलाओं के स्वास्थ्य और सामुदायिक कल्याण को बढ़ावा देना था।
इन स्वास्थ्य शिविरों में आयोजित स्वास्थ्य शिक्षा और जागरूकता गतिविधियों से 600 से अधिक प्रतिभागियों को लाभ मिला। इसमें किशोरियों और महिलाओं के लिए पोषण परामर्श, आहार विज्ञान जागरूकता तथा योग/प्राणायाम सत्र शामिल थे। कुल मिलाकर 06 गर्भवती महिलाओं की जांच, 96 हीमोग्लोबिन जांच, 256 ब्लड प्रेशर जांच, 162 डायबिटीज जांच, 05 गर्भाशय ग्रीवा कैंसर जांच और 25 सिकल सेल एनीमिया जांच की गईं। स्वास्थ्य कियोस्क पर 176 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया और 250 प्रतिभागियों ने आहार विज्ञान के माध्यम से पोषण जागरूकता का लाभ उठाया।
इसके अतिरिक्त, किशोरियों और महिलाओं के लिए पोषण परामर्श प्रदान किया गया, जिसका लाभ 106 प्रतिभागियों ने प्राप्त किया। साथ ही, एम्स भोपाल के आहार विज्ञान विभाग द्वारा केडी सेंट्रल स्कूल, बमुलिया, सीहोर में पोषण जागरूकता सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र में कक्षा 6वीं से 12वीं तक के 250 विद्यार्थियों और 18 शिक्षकों/कर्मचारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में संतुलित आहार, एनीमिया की रोकथाम, मोटापे की समस्या, व्यक्तिगत स्वच्छता, और स्कूल जाने वाले बच्चों व किशोरों के लिए पोषण के महत्व पर जानकारी दी गई। इसके अतिरिक्त, विद्यार्थियों की आंखों की जांच (Eye Checkup) भी की गई, ताकि उनकी दृष्टि संबंधी समस्याओं की पहचान कर समय पर उचित परामर्श दिया जा सके। इन स्वास्थ्य शिविरों, स्वच्छता अभियानों और सामुदायिक जागरूकता गतिविधियों के माध्यम से एम्स भोपाल ने महिला स्वास्थ्य, रोगी सुरक्षा और सामुदायिक कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पुनः सुदृढ़ किया।