एम्स भोपाल में 10वां राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया गया

भोपाल: 24 सितंबर 2025
मुख्य बिंदु:
एम्स भोपाल में 10वें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष्य में सप्ताहभर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।
20 और 22 सितंबर को “स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद” कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया।
आमजन के लिए आयुर्वेद पर एक क्विज़ प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें विजेताओं को आयुर्वेदिक औषधियाँ प्रदान की गईं।
विशेषज्ञों ने आयुर्वेदिक उपचार पद्धतियों, घरेलू नुस्खों, दैनिक स्वास्थ्य उपायों और ऋतुचर्या के महत्व पर विस्तार से जानकारी दी।
एम्स भोपाल के आयुष विभाग द्वारा 10वें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष्य में विविध कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की जा रही है। इस उत्सव की शुरुआत 18 सितंबर 2025 को एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) माधवानन्द कर की गरिमामयी उपस्थिति में हुई।
सप्ताह भर से आयुष विभाग द्वारा जनहित में विभिन्न गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। इसी श्रृंखला में 20 और 22 सितंबर 2025 को डॉ. रंजना पांडे, मेडिकल ऑफिसर (आयुर्वेद) के नेतृत्व में “स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद” विषय पर जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य आमजन को आयुर्वेदिक जीवनशैली, स्वस्थ जीवन के लिए प्राकृतिक उपाय, और 10वें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के महत्व के बारे में जागरूक करना था।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. दानिश जावेद, सीनियर मेडिकल ऑफिसर (आयुर्वेद) ने की। डॉ. रंजना पांडे ने “हमारे स्वास्थ्य में आयुर्वेद की भूमिका” विषय पर विस्तृत व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि “आयुर्वेद केवल एक चिकित्सा पद्धति नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक संपूर्ण प्रणाली है। यह न केवल रोगों के उपचार पर केंद्रित है, बल्कि रोकथाम और समग्र स्वास्थ्य संवर्धन पर भी आधारित है। आज के तनावपूर्ण जीवन में इसकी प्रासंगिकता अत्यधिक है।” कार्यक्रम की खास बात एक क्विज़ प्रतियोगिता थी, जिसमें जनता को आयुर्वेद का ज्ञान परखने का अवसर मिला। सही उत्तर देने वालों को आयुर्वेदिक औषधियाँ प्रदान की गईं। इस इंटरैक्टिव गतिविधि में मरीज और उनके परिजन ने उत्साहपूर्वक भाग लिया जिससे कार्यक्रम और जीवंत बन गया। प्रतिभागियों ने कहा कि इस प्रकार की पहल स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और आयुष पद्धतियों में विश्वास बढ़ाती है।
विशेषज्ञों ने आयुर्वेदिक चिकित्सा, घरेलू उपचार, दैनिक स्वास्थ्य उपाय और ऋतुचर्या पर विस्तार से जानकारी दी और उपस्थित लोगों के स्वास्थ्य संबंधी प्रश्नों का समाधान किया। प्रो. (डॉ.) माधवानन्द कर ने नागरिकों से कहा कि आयुर्वेदिक नीतियों को अपनाकर वे अपने जीवन को रोगमुक्त और सुदृढ़ बना सकते हैं। उन्होंने आगे यह भी कहा कि भविष्य में भी एम्स भोपाल में ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि आमजन तक आयुर्वेद की पहुँच और जागरूकता लगातार बढ़ती रहे।