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आईसीएमआर और एम्स नई दिल्ली के सहयोग से एम्स भोपाल में ‘कोलैबोरेटिंग सेंटर फॉर असिस्टिव हेल्थ टेक्नोलॉजी (CCAHT)’ का शुभारंभ

भोपाल: 23 सितंबर 2025

मुख्य बिंदु:

एम्स भोपाल ने आईसीएमआर और एम्स नई दिल्ली के सहयोग से कोलैबोरेटिंग सेंटर फॉर असिस्टिव हेल्थ टेक्नोलॉजी (CCAHT) की स्थापना की।

यह केंद्र असिस्टिव हेल्थ टेक्नोलॉजी में अनुसंधान, क्लिनिकल वेलिडेशन और नवाचार को बढ़ावा देगा।

दो दिवसीय कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने नवाचार, प्रोटोटाइप विकास, क्लिनिकल परीक्षण, बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR) और फंडिंग अवसरों पर चर्चा की।

ओपन-हाउस इंटरएक्टिव सत्र में फैकल्टी, रेज़िडेंट्स और छात्रों ने नए विचार साझा किए और उन्हें व्यावहारिक स्वास्थ्य समाधान में बदलने पर चर्चा की।

एम्स भोपाल का यह नया केंद्र नेशनल सेंटर फॉर असिस्टिव हेल्थ टेक्नोलॉजी (NCAHT), एम्स नई दिल्ली के सफल मॉडल पर आधारित है।

CCAHT की स्थापना से मध्य भारत के मरीजों को नई स्वास्थ्य तकनीक और उपचार विकल्प उपलब्ध होंगे।

 

एम्स भोपाल ने स्वास्थ्य नवाचार के क्षेत्र में एक नया कदम बढ़ाते हुए कोलैबोरेटिंग सेंटर फॉर असिस्टिव हेल्थ टेक्नोलॉजी (CCAHT) का शुभारंभ किया। यह पहल भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR), एम्स नई दिल्ली और एम्स भोपाल के संयुक्त सहयोग से शुरू की गई है। इसका उद्देश्य मरीजों के लिए नई स्वास्थ्य तकनीक आधारित समाधान विकसित करना, अनुसंधान और क्लिनिकल परीक्षण को बढ़ावा देना और स्वास्थ्य क्षेत्र में नवाचार को मजबूती प्रदान करना है।

इस अवसर पर कई अकादमिक और शोध आधारित गतिविधियों का आयोजन किया गया। विशेषज्ञों ने नवाचार एवं प्रोटोटाइप विकास, क्लिनिकल वेलिडेशन के मार्ग, बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR) और शोधकर्ताओं के लिए फंडिंग अवसरों जैसे विषयों पर व्याख्यान दिए। साथ ही एक ओपन-हाउस इंटरएक्टिव सत्र का आयोजन हुआ, जिसमें एम्स भोपाल के फैकल्टी, रेज़िडेंट्स और छात्रों ने अपने नए विचार प्रस्तुत किए और इन्हें व्यावहारिक स्वास्थ्य समाधान में बदलने पर चर्चा की।

इस दो दिवसीय कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित विशेषज्ञों ने भाग लिया। प्रो. रेहान उल हक (डीन-अनुसंधान, एम्स भोपाल) ने कार्यक्रम की शुरुआत की और चर्चा का संचालन किया। डॉ. रविंदर सिंह (आईसीएमआर, नई दिल्ली) ने असिस्टिव टेक्नोलॉजी में आईसीएमआर की पहल प्रस्तुत की, वहीं डॉ. सलज राणा (एम्स नई दिल्ली) ने नेशनल सेंटर फॉर असिस्टिव हेल्थ टेक्नोलॉजी (NCAHT) की गतिविधियों और क्लिनिकल वेलिडेशन की भूमिका पर प्रकाश डाला। डॉ. विवेक त्रिखा (एम्स भोपाल) ने एम्स भोपाल के इनोवेशन प्रस्तुत किए और संस्थान के योगदान को रेखांकित किया।

इस अवसर पर एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) माधवानंद कर ने कहा, “आईसीएमआर और एम्स नई दिल्ली के साथ यह सहयोग एम्स भोपाल के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। अनछुए क्लिनिकल आवश्यकताओं को पहचानकर और उन्हें स्वास्थ्य समाधान में बदलकर, हम न केवल इस क्षेत्र के मरीजों बल्कि पूरे देश के मरीजों को लाभ पहुंचाना चाहते हैं।”

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