रेलवे सुरक्षा बल की मानवीय पहल: सेना के जवान को गुम हुआ मोबाइल किया सुपुर्द
चलती ट्रेन से गिरा मोबाइल, RPF ने ढूंढ़कर लौटाया - ‘ऑपरेशन अमानत’ की नई मिसाल

भोपाल: 10 अगस्त 2025
“ऑपरेशन अमानत” के तहत रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने ईमानदारी एवं तत्परता का परिचय देते हुए एक यात्री का कीमती मोबाइल फोन सकुशल वापस कर मानवीय सेवा का उदाहरण प्रस्तुत किया है।
दिनांक 09 अगस्त 2025 को गाड़ी संख्या 11078 जम्मू तवी–पुणे जेएच मार्ग एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे यात्री मनोज गांगुडे ,उम्र 36 वर्ष, जो कि भारतीय सेना में लांस नायक पद पर सुंजबान कैंट, जम्मू में तैनात हैं, कोच B-5, बर्थ नंबर 63 में जम्मू से चालीसगांव तक यात्रा कर रहे थे। जब यह गाड़ी रात 00:50 बजे भोपाल स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर रुकी, तो उक्त यात्री पानी लेने के लिए नीचे उतरे। इसी बीच, गाड़ी अपने निर्धारित समय 01:01 बजे पुनः रवाना हो गई। ट्रेन में वापस चढ़ते समय जल्दबाज़ी व भीड़ के कारण उनका कीमती मोबाइल फोन (अनुमानित मूल्य ₹15,000) नीचे गिर गया।
घटना के समय आरपीएफ प्रधान आरक्षक सुरेश कुमार मालवीय की ड्यूटी स्टेशन प्रबंधक कार्यालय के समीप वीआईपी लॉन्ज क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था हेतु निर्धारित थी। उन्होंने तत्परता व सतर्कता दिखाते हुए गिरा हुआ मोबाइल सुरक्षित रूप से अपने पास रख लिया।
कुछ ही समय पश्चात गिराए गए मोबाइल पर कॉल आया, जिसे प्रधान आरक्षक मालवीय ने उठाया और कॉल करने वाले यात्री को सूचित किया कि उनका मोबाइल सुरक्षित रूप से आरपीएफ पोस्ट भोपाल में रखा गया है। उन्हें रानी कमलापति स्टेशन उतरकर आरपीएफ थाने भोपाल पहुँचने का सुझाव दिया गया।
निर्देशानुसार मोबाइल को आरपीएफ थाने में विधिवत जमा कर दिया गया। बाद में मनोज गांगुडे , स्टेशन पहुँचकर अपना आधार कार्ड दिखाते हुए मोबाइल की पहचान की तथा मोबाइल उन्हें विधिवत रूप से सुपुर्द कर दिया गया।
रेलवे प्रशासन द्वारा ऑपरेशन अमानत के माध्यम से यात्रियों की वस्तुओं की सुरक्षा हेतु लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। आरपीएफ की सतर्कता एवं ईमानदारी से यात्रियों का रेलवे पर विश्वास और भी सुदृढ़ हुआ है।