एम्स भोपाल में अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ का व्याख्यान: लिम्फोमा की समय पर पहचान और आधुनिक उपचार से मरीजों को मिलेगा नया जीवन

भोपाल: 29 अगस्त 2025
एम्स भोपाल लगातार चिकित्सा शिक्षा और रोगों की उन्नत जानकारी उपलब्ध कराने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करता रहा है। इसी क्रम में पैथोलॉजी एवं लैब मेडिसिन विभाग द्वारा एक महत्वपूर्ण अतिथि व्याख्यान और केस-आधारित चर्चा का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) माधवानंद कर के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। इस व्याख्यान में मेमोरियल स्लोन केटरिंग कैंसर सेंटर, न्यूयॉर्क की प्रसिद्ध हीमाटोपैथोलॉजिस्ट और हीमाटोपैथोलॉजी फेलोशिप की एसोसिएट प्रोग्राम डायरेक्टर डॉ. पल्लवी कंवर गालेरा ने विशेषज्ञ के रूप में भाग लिया। उन्होंने “फॉलिक्यूलर लिम्फोमा वर्गीकरण, ट्यूमर माइक्रोएनवायरनमेंट और बायोलॉजी की विकसित होती अवधारणाएँ” विषय पर विस्तृत जानकारी दी। इसके साथ ही “एप्रोच टू लिम्फोमाज़” पर केस-आधारित चर्चा का संचालन किया, जिससे रेज़िडेंट्स और डॉक्टरों को वास्तविक मामलों के आधार पर सीखने का अवसर मिला। लिम्फोमा खून से संबंधित कैंसर है, जिसकी समय पर पहचान और सही उपचार से मरीजों की जान बचाई जा सकती है। डॉ. पल्लवी ने अपने व्याख्यान में बताया कि लिम्फोमा के निदान में नए वैज्ञानिक तरीकों और हाल की शोध उपलब्धियों ने उपचार की दिशा को और प्रभावी बनाया है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर यदि रोग की पहचान शुरुआती चरण में कर लें, तो मरीज को बेहतर इलाज और जीवन की गुणवत्ता प्रदान की जा सकती है। यह व्याख्यान केवल चिकित्सकों के लिए ही नहीं, बल्कि आम नागरिकों के लिए भी लाभकारी है। ऐसे कार्यक्रम डॉक्टरों के ज्ञान और अनुभव को बढ़ाते हैं, जिससे वे भविष्य में अपने मरीजों का इलाज और अधिक प्रभावी ढंग से कर सकते हैं। इस चर्चा में पैथोलॉजी, पीडियाट्रिक्स, क्लिनिकल हीमेटोलॉजी और मेडिकल ऑन्कोलॉजी विभागों के संकाय सदस्य और रेज़िडेंट्स शामिल हुए और उन्होंने सक्रिय रूप से विचार-विमर्श में भाग लिया। प्रतिभागियों ने इसे अत्यंत उपयोगी, स्पष्ट और दैनिक चिकित्सा अभ्यास से जुड़ा हुआ बताया। पैथोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष ने डॉ. पल्लवी के बहुमूल्य योगदान के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी विशेषज्ञता और अनुभव डॉक्टरों को लिम्फोमा जैसे गंभीर रोगों को समझने और उपचार करने में नई दिशा प्रदान करेंगे।