एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह को जनसेवा हेतु MPTSMC द्वारा सम्मानित किया गया

भोपाल: 12 जुलाई 2025
एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के दूरदर्शी नेतृत्व में संस्थान ने चिकित्सा सेवा, अनुसंधान और जन-कल्याण के क्षेत्र में कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं। उनके कार्यों को देखते हुए, मध्यप्रदेश ठेका श्रमिक मजदूर कांग्रेस (MPTSMC) ने संस्थान हेतु उत्कृष्ट योगदान और जनसेवा के प्रति समर्पण के लिए प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के प्रति कृतज्ञता प्रकट की है। MPTSMC के अध्यक्ष श्री के.के. नेमा द्वारा जारी सम्मान पत्र में यह उल्लेख किया गया कि प्रो. सिंह के मार्गदर्शन में एम्स भोपाल में संवेदनशीलता और उत्कृष्टता का अद्वितीय समन्वय स्थापित हुआ है। वर्ष 2023-24 में संस्थान में 58,762 से अधिक मरीजों को भर्ती कर उपचार प्रदान किया गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 58.7% अधिक है। इसी अवधि में प्रमुख सर्जरी में 18.6%, रेडियोलॉजी जांच में 26.9% तथा लैब परीक्षणों में 15.4% की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई। प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के नेतृत्व में एम्स भोपाल ने अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों और सेवाओं को सुदृढ़ किया, जिनमें आर्टिफिशियल हार्ट और लंग मशीन, उन्नत कैथ लैब, डेक्सा स्कैन, जीआई एंडोस्कोपी और कोबास 5800 जैसी आधुनिक तकनीकें शामिल हैं। इसके साथ ही संस्थान में 24×7 ट्रॉमा और इमरजेंसी सेवाओं तथा एक समर्पित आपातकालीन ओपीडी की शुरुआत की गई, जिससे गंभीर मरीजों को समय पर और बेहतर उपचार उपलब्ध हो सका। जनसहयोग की दिशा में भी एम्स भोपाल ने उल्लेखनीय कार्य किए हैं। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत ₹342.72 करोड़ मूल्य के क्लेम्स का वार्षिक स्तर पर निपटान किया गया, जिससे लाखों गरीब और श्रमिक परिवारों को निःशुल्क और सम्मानजनक चिकित्सा सुविधा प्राप्त हुई। शोध के क्षेत्र में भी संस्थान ने शानदार प्रगति की है। अब तक 300 से अधिक शोध पत्र पब-मेड (PubMed) में प्रकाशित हो चुके हैं, जबकि 155 से अधिक परियोजनाएं ₹60-80 करोड़ की वार्षिक अनुसंधान निधि प्राप्त कर रही हैं। ‘वन हेल्थ, वन स्टेट’ जैसी अभिनव योजना की शुरुआत और 85% रिक्त पदों की समयबद्ध भरती संस्थान की प्रबंधन दक्षता को दर्शाती है। इसके अलावा, भारत सरकार की प्रतिष्ठित एनआईआरएफ (NIRF) रैंकिंग 2024 में एम्स भोपाल ने देशभर के चिकित्सा संस्थानों में 14वां स्थान प्राप्त किया, जो संस्थान की निरंतर प्रगति और उत्कृष्टता का प्रमाण है।
इस अवसर पर एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा, “मुझे यह देखकर अत्यंत संतोष है कि हमारी सेवाएं उन तक पहुंच रही हैं जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है — श्रमिक समुदाय, वंचित वर्ग और ग्रामीण क्षेत्र के लोग। चिकित्सा केवल एक पेशा नहीं, बल्कि जनसेवा का माध्यम है। मुझे प्रसन्नता है कि एम्स भोपाल ने इस भावना के साथ कार्य किया है। MPTSMC जैसे संगठनों की ओर से मिला यह सम्मान हमें और अधिक जिम्मेदारी के साथ कार्य करने की प्रेरणा देता है।”