
भोपाल: 3 जून 2025
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को मध्यप्रदेश का दौरा किया। वे प्रदेश में ‘संगठन सृजन अभियान’ की शुरुआत करने भोपाल आए थे। करीब 6 घंटे में उन्होंने 3 अहम बैठकें लीं और ब्लॉक व जिला अध्यक्षों से लेकर विधायकों व सांसदों तक से रूबरू हुए।
करीब 2 साल पहले हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार मिली थी। इसके बाद लोकसभा चुनाव में भी पार्टी अपना एकमात्र गढ़ छिंदवाड़ा को गंवा बैठी थी। पार्टी की ऐसी दुर्गति इससे पहले कभी नहीं हुई थी। जीतू पटवारी, उमंग सिंघार, हेमंत कटारे आदि नेता बीजेपी को घेरने का हर जतन तो कर रहे हैं पर अभी बात बनते दिख नहीं रही है। ऐसे में राहुल गांधी का यह दौरा कांग्रेसियों को उत्साहित करने में कामयाब करता दिखता है। कार्यकर्ताओं का जोश सुबह एयरपोर्ट से लेकर शाम को रवीेंद्र भवन तक में नजर आया। ब्लॉक अध्यक्षों और जिला अध्यक्षों की जिम्मेदारी नई पीढ़ी को देने की राहुल गांधी की घोषणा के बाद आम कार्यकर्ताओं का उत्साह और बढ़ गया। रवींद्र भवन से बाहर निकलते कार्यकर्ता नई आशा और विश्वास से लबरेज नजर आए।
राहुल की नसीहत
इस दौरान पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ उन्होंने बैठक कर संगठन को मज़बूत करने पर ज़ोर दिया। उन्होंने नेताओं को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि केवल काम करने वाले ही संगठन में टिक पाएंगे। राहुल गांधी ने कहा कि मध्य प्रदेश कांग्रेस को मज़बूत करने के लिए वह ऐसे 55 नेताओं की तलाश कर रहे हैं जो पार्टी का भविष्य बनेंगे। उन्होंने कहा, “नेताओं के चक्कर लगाना छोड़ो। संगठन के लिए जो काम करेगा, वही आगे बढ़ेगा।
राहुल ने कार्यकर्ताओं को सक्रियता और कर्मठता का महत्व समझाते हुए एक दिलचस्प उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि तीन तरह के घोड़े होते हैं -लंगड़ा घोड़ा, शादी वाला घोड़ा और रेस का घोड़ा। लंगड़ा घोड़ा घर जाए, शादी वाला शादी में जाए और रेस का घोड़ा मैदान में दौड़े। हमें रेस वाले घोड़े चाहिए जो चुनावी मैदान में जीत दिला सकें। राहुल गांधी ने पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा दिए गए विवादित बयानों पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसे बयान जो भारतीय जनता पार्टी को फायदा पहुंचाते हैं, उन पर अब सख्त कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों के अनुसार पार्टी अनुशासन के खिलाफ बोलने वालों पर अब कठोर रुख अपनाने की तैयारी में है।
पर्यवेक्षक जिला अध्यक्षों के लिए नाम की अनुशंसा करेंगे
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी ने भोपाल में 4 प्रमुख बैठकें कीं। इसमें राजनीतिक कार्य समिति, विधायक दल, एआईसीसी ऑब्जर्वर्स और पीसीसी एवं जिला अध्यक्षों की बैठक है। उन्होंने कहा कि हर जिले में तीन पीसीसी सदस्यों समेत चार सदस्यीय टीम तैनात रहेगी। 61 एआईसीसी पर्यवेक्षक हर जिले में न्यूनतम 7 दिन रहेंगे और संवाद कार्यक्रम आयोजित कर 6 नामों की अनुशंसा करेंगे। इन्हीं 6 में से नया जिला अध्यक्ष चुना जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला अध्यक्ष की भी जवाबदेही तय की गई। विधानसभा, लोकसभा व निकाय चुनाव के प्रत्याशी चयन में जिला अध्यक्ष की भागीदारी होगी। इसके बाद दूसरे चरण में हर विधानसभा क्षेत्र में एक पर्यवेक्षक तैनात होगा। वार्ड और पंचायत स्तर पर कमेटियों का गठन किया जाएगा। निष्पक्ष और निडर राय रखने का आव्हान किया है।